महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है. देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कुछ देर पहले मेरे पास अजित पवार आए और उन्होंने कहा कि कुछ कारणों से मैं आपके गठबंधन का हिस्सा नहीं बन सकता. अजित पवार ने मुझे इस्तीफा दिया. अजित पवार के इस्तीफे के बाद मेरे पास बहुमत नहीं है. इसलिए मैं अभी राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने जा रहा हूं.
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने बीजेपी-शिवसेना महायुति को जनादेश दिया. हमारे 105 विधायक जीते, यानी 67 फीसदी सीटों पर हमारे प्रत्याशी जीते. हम सरकार बनाने के लिए तैयार थे लेकिन शिवसेना नंबर गेम और सौदेबाजी करने लगी. इसके बाद शिवसेना मुख्यमंत्री पद की डिमांड करने लगी, जबकि ये बात नहीं हुई थी. अमित शाह ने कभी भी ढाई-ढाई साल सीएम पद का वादा नहीं किया था.
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देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमें उम्मीद है कि नई सरकार अच्छा काम करेगी. हम विपक्ष के रूप में अपना काम करेंगे. उन्होंने कहा कि शिवसेना नेता लाचारी में सोनिया गांधी के सामने नतमस्तक हो रहे हैं. तीन पहियों वाली सरकार चलना काफी मुश्किल है. देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना उन वादों को लेकर अड़ गई थी, जिन्हें हमने कभी किया नहीं था.
Devendra Fadnavis: We waited for them(Shiv Sena) for a long time but they didn't respond and instead talked to Congress-NCP. People who never stepped outside Matoshree(Thackeray residence) to meet anyone were going door to door to make government with NCP and Congress pic.twitter.com/K28Lhb241a
— ANI (@ANI) November 26, 2019
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, हमने लंबे समय तक उनका (शिवसेना) इंतजार किया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और इसके बजाय कांग्रेस-एनसीपी से बात की. जो लोग किसी से मिलने के लिए मातोश्री (ठाकरे निवास) के बाहर कदम नहीं रखते थे, वे एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के लिए घर-घर जा रहे थे. उन्होंने कहा, मैं राजभवन जाऊंगा और अपना इस्तीफा दूंगा. मैं उन सभी को शुभकामना देता हूं जो भी सरकार बनाएंगे लेकिन यह एक बहुत ही अस्थिर सरकार होगी क्योंकि इनमें बहुत मतभेद है.