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CAA की समर्थन रैली में छात्रों ने लिया हिस्सा, ठाकरे सरकार ने भेजा नोटिस

नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन में हुई एक रैली में महाराष्ट्र में माटुंगा के एक स्कूल के बच्चे भी शामिल हुए थे. अब महाराष्ट्र सरकार ने स्कूल को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है.

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महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो-IANS)
महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो-IANS)

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  • नागरिकता कानून के समर्थन में माटुंगा में निकाली गई रैली
  • रैली में बच्चे भी रहे मौजूद, राज्य सरकार ने स्कूल को दिया नोटिस

नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन में हुई एक रैली में महाराष्ट्र में माटुंगा के एक स्कूल के बच्चे भी शामिल हुए थे. अब महाराष्ट्र सरकार ने स्कूल को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. दरअसल, मांटुगा के दयानंद बालक स्कूल ने बच्चों को CAA के समर्थन में हुई रैली में भाग लेने के इजाजत दी थी. इसके बाद राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने स्कूल को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने नोटिस देने पर आपत्ति जताई है.

नागरिकता को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन के मामले सामने आ रहे हैं. जहां बीजेपी देशभर में इसके समर्थन में रैलियां कर रही हैं, वहीं विपक्षी पार्टियां बीजेपी पर इस कानून को लेकर हमलावर है. शिवसेना नागरिकता कानून को लेकर असमंजस की स्थिति हैं.

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नागरिकता संशोधन कानून के बाद देश में पैदा हुए हालात और यूनिवर्सिटीज कैंपस में हो रही हिंसा पर चर्चा के लिए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज दिल्ली में एक अहम बैठक बुलाई थी. इस बैठक में शामिल होने के लिए तमाम विपक्षी दलों को न्योता दिया गया है, लेकिन कई दलों ने कांग्रेस की इस कोशिश को झटका दे दिया है. अब खबर ये है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस की सहयोगी शिवसेना ने भी सोनिया गांधी की अगुवाई वाली इस बैठक में नहीं शामिल हुई .

shivsena_011320080047.jpegसरकार की ओर से जारी आदेश

शिवसेना ने नागरिकता संशोधन बिल पर लोकसभा में समर्थन किया था, लेकिन राज्यसभा में मतदान के दौरान वाकआउट कर गई थी. इसके बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि महाराष्ट्र में एनआरसी को लागू नहीं करेंगे और साथ ही सीएए पर सुप्रीम कोर्ट के फैसला के बाद निर्णय लेने की बात कही थी. संजय राउत लगातार सीएए और एनआरसी के खिलाफ मोदी सरकार पर हमलावर हैं.

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