महाराष्ट्र चुनाव में महायुति की बंपर जीत चर्चा में है और विपक्ष एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठा रहा है. इस बीच, सोलापुर जिले के मरकरवाडी गांव के लोगों ने अनोखा प्रयोग करने का ऐलान कर दिया है. गांव वालों को EVM के नतीजे पर संदेह हुआ है, इसलिए अब बैलेट पेपर से पुनर्मतदान के बैनर लगा दिए हैं. हालांकि, प्रशासन ने इस इलाके में पुनर्मतदान रोकने के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी है.
दरअसल, मालशिरस सीट से एनसीपी (शरद पवार) गुट से उत्तमराव शिवदास जानकर ने जीत हासिल की है. मरकरवाडी गांव के लोगों का दावा है कि उत्तमराव जानकर को हमारे गांव के बूथ पर बीजेपी उम्मीदवार राम सतपुते के मुकाबले 80 फीसदी से ज्यादा वोट दिए गए. लेकिन ईवीएम की वोटिंग के अनुसार उत्तमराव को सिर्फ 1,003 वोट मिले. जबकि सतपुते को 843 मत मिले. गांव वालों का दावा है कि सतपुते को उनके गांव से 100-150 से ज्यादा वोट भी नहीं मिले होंगे.
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को वोटिंग हुई और 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए गए. जानकर ने सतपुते को 13,147 वोटों से हराया.
जिला प्रशासन से मिला था गांव का प्रतिनिधिमंडल
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, गांव वालों का कहना है कि ईवीएम के नतीजे संदिग्ध हैं. ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन से संपर्क किया और मतपत्रों के जरिए पुनर्मतदान की मांग उठाई. हालांकि, प्रशासन ने हमारी मांग को ठुकरा दिया है. ऐसे में गांव वालों ने अपने स्तर पर वोटिंग कराए जाने का फैसला लिया है.
एसडीएम ने इलाके में निषेधाज्ञा लागू की
ग्रामीणों ने बैनर लगाकर दावा किया है कि 3 दिसंबर को बैलेट पेपर से 'पुनर्मतदान' किया जाएगा. वहीं, एक अधिकारी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. मालशिरस के एसडीएम ने किसी भी संघर्ष से बचने के लिए इस इलाके में 2 से 5 दिसंबर तक भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है.
राज्य में महायुति को मिला प्रचंड बहुमत
महायुति ने राज्य की 288 सीटों में से 233 सीटें जीतीं, जिसमें बीजेपी 132 सीटों पर विजयी रही. उसके बाद शिवसेना 57 और अजित पवार की एनसीपी 41 सीटों पर विजयी रही. महा विकास अघाड़ी कुल 49 सीटें हासिल कर सकी. शिवसेना (यूबीटी) 20, कांग्रेस 16 और शरद पवार की एनसीपी (एसपी) 10 सीटों पर चुनाव जीती.