महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को विपक्ष के हिंदुत्व के सवाल पर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि अपनी बात पर कायम रहना ही उनका हिंदुत्व है. बता दें कि कांग्रेस से गठबंधन के बाद से ही देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी उद्धव ठाकरे को हिंदुत्व के सवाल पर घेरते रहे हैं, जिस पर उन्होंने जवाब दिया है.
सदन में चर्चा के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि जनता के आशीर्वाद से मैं मुख्यमंत्री बना और मैं भाग्यशाली हूं क्योंकि पिछले 30 साल से जो मेरे विरोधी थे, वे अब दोस्त बन गए हैं. मैंने देवेंद्र फडणवीस से बहुत कुछ सीखा है, उन्हें विरोधी पक्ष नहीं कहूंगा बल्कि एक पार्टी का जवाबदेह नेता कहूंगा.
Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray: I have learnt a lot of things from Devendra Fadvanis and I will always be friends with him. I am still with the ideology of 'Hindutva' and won't ever leave it. In past 5 years, I've never betrayed the govt. https://t.co/RucxPRvsfR pic.twitter.com/3K5qJKEPAU
— ANI (@ANI) December 1, 2019
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, मैंने देवेंद्र फडणवीस से बहुत सी चीजें सीखी हैं और मैं हमेशा उनसे दोस्ती रखूंगा. मैं अभी भी 'हिंदुत्व' की विचारधारा के साथ हूं और इसे कभी नहीं छोड़ूंगा. पिछले 5 वर्षों में मैंने कभी भी सरकार को धोखा नहीं दिया है.
इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया. शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के महागठबंधन को विश्वास मत के लिए न्यूनतम 145 वोट की जरूरत थी लेकिन उन्हें कुल 169 मत मिले. भारतीय जनता पार्टी के 105 विधायकों ने विधानसभा से वॉकआउट किया, जबकि चार विधायक तटस्थ रहे और उन्होंने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया.