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महाराष्ट्र में बजट सत्र से पहले होगा कैबिनेट विस्तार, शिंदे-फडणवीस ने अमित शाह से की मुलाकात

महाराष्ट्र में विधानसभा के बजट सत्र से पहले कैबिनेट का विस्तार होगा. इसको लेकर सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम देवंद्र फडणवीस ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की. बैठक के बाद उन्होंने मीडिया को बताया कि प्रदेश में जल्दी ही कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा.

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महाराष्ट्र सीएम और डिप्टी सीएम ने केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात (फोटो- ट्विटर)
महाराष्ट्र सीएम और डिप्टी सीएम ने केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात (फोटो- ट्विटर)

महाराष्ट्र विधानसभा में बजट सत्र से पहले कैबिनेट का विस्तार होगा. इसको लेकर सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की. 

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अमित शाह ने दिल्ली में अपने नॉर्थ ब्लॉक कार्यालय में शिंदे और फडणवीस से मुलाकात की. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बैठक के बाद शिंदे ने बताया कि राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र से पहले होगा. राज्य में इस समय शिंदे समेत 20 कैबिनेट मंत्री हैं. महाराष्ट्र कैबिनेट की अधिकतम संख्या 43 हो सकती है. 

पार्टी के चुनाव चिन्ह 'धनुष और तीर' के आवंटन पर शिंदे ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि उनके समूह को असली शिवसेना के रूप में मान्यता दी जाएगी. शिंदे ने कहा, "चुनाव आयोग योग्यता के आधार पर इस मुद्दे पर फैसला करेगा. लोकतंत्र में बहुमत का महत्व होता है. इसलिए हम योग्यता के आधार पर फैसले की उम्मीद करते हैं." 

महाराष्ट्र सीएम ने कहा कि "अब योग्यता के अनुसार, हम सत्ता में हैं. बहुमत की वजह से हम सरकार में हैं. हमने कानून का शासन स्थापित किया है. इसलिए हर कोई जानता है कि कानून और योग्यता के अनुसार क्या निर्णय लिया जाएगा." 

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27 फरवरी से शुरू होगा बजट सत्र

इससे पहले मुंबई में फडणवीस ने कहा कि राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार में कोई कानूनी या संवैधानिक बाधा नहीं है और वे विधानसभा के आगामी बजट सत्र से पहले इसे करने की कोशिश करेंगे. महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने बताया था कि बजट सत्र 27 फरवरी से शुरू होगा. 

30 जून, 2022 को सीएम बने थे शिंदे

उद्धव ठाकरे से बगावत के बाद एकनाथ शिंदे पिछले साल 30 जून को भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से मुख्यमंत्री बने थे, जिसकी वजह से महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी. वहीं शिवसेना भी दो भागों में टूट गई थी. जिसमें एक गुट का नेतृत्व ठाकरे और दूसरे का शिंदे ने किया. 

 

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