महाराष्ट्र में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के कई बयानों ने राज्य की सियासत में भूचाल लाने का काम किया है. कभी वीर शिवाजी तो कभी सावित्रीबाई फुले को लेकर उनकी तरफ से विवादित बयान दिए गए हैं. अब उन बयानों के बीच ही महाराष्ट्र में महापुरुषों को लेकर एक नया कानून आ सकता है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि सरकार एक कानून बनाने पर विचार कर रही है. जो भी शख्स महापुरुषों का अपमान करेगा, उनके खिलाफ एक्शन होगा.
अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन पिछले कुछ समय में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की तरफ से ही ऐसे बयान आए हैं जहां पर महापुरुषों का अपमान हुआ है, उनको लेकर विवादित टिप्पणी हुई है. इस वजह से राज्य सरकार पर दबाव भी बनता जा रहा था. उद्धव ठाकरे से लेकर विपक्ष के दूसरे नेता तक इसे बड़ा मुद्दा बना रहे थे. अब उस विवाद के बीच राज्य में ये नया कानून लाने की बात हो रही है. वैसे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की तरफ से पिछली महा विकास अघाड़ी सरकार पर कई आरोप भी लगा दिए गए हैं.
उन्होंने जोर देकर कहा है कि उनकी सरकार पर आरोप जरूर लगता है कि बदले के तहत कार्रवाई की जा रही है, लेकिन उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री रहते हुए कंगना रनौत से लेकर नवनीत राणा को फंसाया गया था. डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को फ्रेम करने की कोशिश हुई थी. अब जानकारी के लिए बता दें कि उद्धव सरकार के वक्त कंगना रनौत और नवनीत राणा का मुद्दा काफी बड़ा बन गया था. दोनों ही मामले कोर्ट तक चले गए थे.
वैसे हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ भी बड़ा फैसला लिया था. उनकी तरफ से लोकायुक्त लेकर आया गया था. अन्ना हजारे की जो मांग थी, उसे मांगते हुए ये नया कानून लाया गया था. ये लोकायुक्त सीएम से लेकर राज्य सरकार के सभी मंत्रियों तक की जवाबदेही तय करेगा और भ्रष्टाचार की स्थिति में उनके खिलाफ एक्शन भी संभव करेगा.