महाराष्ट्र में इन दिनों राजनीतिक हलकों में हलचल मची हुई है. अजित पवार गुट के सरकार में शामिल होने के बाद बैठकों का दौर जारी है. आज दिन में जहां अजित और शरद गुट ने अपने-अपने खेमे के नेताओं की मीटिंग बुलाई, वहीं शाम को सीएम शिंदे ने अपने विधायकों और सांसदों की बैठक बुलाई. इस दौरान एकनाथ शिंदे ने साफ कहा कि मैं इस्तीफा नहीं दे रहा हूं. मुझे पता है कि इस तरह की खबरें कौन फैला रहा है. दरअसल, अजित पवार के डिप्टी सीएम बनने के बाद ऐसी अटकलों को बाजार गर्म हो गया था कि अब सीएम शिंदे इस्तीफा दे सकते हैं.
सीएम एकनाथ शिंदे ने अपने इस्तीफे की सभी अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि मुझे पता है कि मेरे इस्तीफे की खबरें कौन प्लांट करा रहा है. साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि वह उन सभी 50 विधायकों को निराश नहीं करेंगे, जिन्होंने संकट काल में उनका समर्थन किया था.
सीएम शिंदे अपने नेताओं से बोले- किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं
सीएम शिंदे ने अपने बंगले वर्षा में मंत्रियों, सांसदों और विधायकों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि 2024 में एकनाथ शिंदे ही मुख्यमंत्री बनेंगे. अजीत पवार गुट के सरकार में शामिल होने पर सीएम शिंदे ने कहा कि आपमें से किसी को भी चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वह अभी भी मुख्यमंत्री हैं और सरकार पर उनका पूरा कंट्रोल है. उन्होंने कहा कि सरकार में उनका आना महज एक राजनीतिक समायोजन है. यह समायोजन शरद पवार या उद्धव ठाकरे के बिना है. इसलिए अब वंशवाद की राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है.
'शरद पवार की पार्टी का आकार छोटा कर दिया'
शिंदे गुट के नेता शंभुराजे देसाई ने कहा कि सीएम शिंदे के इस्तीफा देने का कोई सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा कि विधायकों में कोई असंतोष नहीं है. शरद पवार की बहुत बड़ी पार्टी थी, लेकिन अब उसका आकार छोटा कर दिया गया है. वह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं.
मुख्यमंत्री के इस्तीफे की अटकलों पर लगाया विराम
सीएम आवास पर बुलाई गई बैठक में आनेवाले सभी चुनावों की रणनीति पर मंथन किया गया. साथ ही मंत्री उदय सामंत ने सीएम शिंदे के इस्तीफे पर चल रही खबरों पर भी विराम लगाया. उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री रहेंगे. शिंदे गुट में नाराजगी पर कहा कि कोई भी नाराज नहीं है.
बैठक में सीएम ने क्या-क्या कहा?
बैठक के दौरान सीएम शिंदे ने अपने सभी विधायकों से अपने निर्वाचन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा है. उन्होंने उनसे पूछा कि पिछले एक साल में क्या काम नहीं हुआ. साथ ही कहा कि वे विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने और अपने मतदाताओं तक पहुंचने के लिए प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र के लिए पांच विधायकों को नियुक्त करेंगे. यदि फिर भी कोई समस्या आती है तो सभी विधायक मुझसे संपर्क कर सकते हैं. सीएम शिंदे ने आश्वासन दिया कि वह 15 दिन बाद यानी महीने में 2 बार सभी विधायकों से मिलेंगे. उन्होंने कहा कि जल्द ही शिवसेना पार्टी सम्मेलन की घोषणा की जाएगी जहां आगामी चुनावों के लिए अपनी रणनीति की योजना बनाएंगे.