महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन ने विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल कर लिया है, अब मुख्यमंत्री पद की रेस तेज हो गई है. इसी बीच एकनाथ शिंदे ने मुंबई के एक होटल में शिवसेना विधायकों की बैठक बुलाई. इस मीटिंग में शिवसेना विधायकों द्वारा सर्वसम्मति से एकनाथ शिंदे को पार्टी का नेता चुना गया.
इस दौरान तीन प्रस्ताव पास किए गए, पहला- चुनाव में भारी सफलता के लिए मतदाताओं का आभार व्यक्त करने का प्रस्ताव गुलाबराव पाटिल ने पेश किया. शंभूराज देसाई ने प्रस्ताव का समर्थन किया. दूसरा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को बधाई देने का प्रस्ताव दादा भुसे ने पेश किया. तीसरा- उदय सामंत द्वारा एकनाथ शिंदे को पार्टी समूह का नेता चुनने वाला प्रस्ताव पेश किया गया, इसका प्रताप सरनाईक ने समर्थन किया. सभी प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुए.
इस दौरान एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमारी प्यारी बहनों ने हम पर भरोसा किया कि हम जो कहते हैं, उसे पूरा करते हैं. हमने 1500 रुपए देना बंद नहीं किया, बल्कि लाडकी बहिन योजना के तहत 2100 रुपए देने का वादा भी किया. उन्होंने कहा कि यह अप्रत्याशित जीत है, इस चुनाव में सभी को जीत मिली है. हमें अब अपनी ताकत बढ़ानी होगी. कुछ विधायकों ने कहा कि हम आपके चेहरे की वजह से जीते हैं, इस पर शिंदे ने कहा कि हमारा काम जारी है.
ऐसा बयान न दें जिससे महायुति को नुकसान होः शिंदे
वहीं, शिंदे ने कहा कि किसी को भी ऐसा कोई बयान नहीं देना है, जिससे महायुति को नुकसान पहुंचे. उन्होंने आरएसएस द्वारा किए गए काम की सराहना की और उसके लिए धन्यवाद दिया. शिंदे ने नवनिर्वाचित विधायकों से कहा कि पहले दिन से ही निर्वाचन क्षेत्र और मतदाताओं के साथ ईमानदार रहें. अपने निर्वाचन क्षेत्र में काम करें, सिर्फ मुंबई में न घूमें. लोगों की राय का सम्मान करें. उनका सम्मान करें, जिन्होंने भारी बहुमत दिया है.
'मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर कोई विवाद नहीं'
शिवसेना के नवनिर्वाचित विधायकों ने एकनाथ शिंदे को राज्य में अगली सरकार के गठन के लिए सत्तारूढ़ महायुति सहयोगियों के साथ बातचीत करने के लिए अधिकृत किया है. शिवसेना विधायक दल की बैठक रविवार शाम को हुई, इसके लिए सभी नवनिर्वाचित विधायक मुंबई पहुंचे. शिवसेना नेता दीपक केसकर ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर कोई विवाद नहीं है. पार्टी के एक पदाधिकारी ने बताया कि शनिवार शाम को सीएम शिंदे ने अपनी पार्टी की कार्यसमिति और नवनिर्वाचित सदस्यों की एक ऑनलाइन बैठक की, जिसमें उन्हें सहयोगियों के साथ बातचीत करने के लिए अधिकृत किया गया. उन्हें विधायक दल के नेता, मुख्य सचेतक और अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए भी अधिकृत किया गया.
'सीएम के नाम पर फैसला दिल्ली में होगा'
शिवसेना नेता दीपक केसरकर ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में हो सकता है. अजित पवार और एकनाथ शिंदे अपनी-अपनी पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. वे अपने-अपने दल का नेता चुनेंगे, जबकि मुख्यमंत्री पर फैसला दिल्ली में होगा. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कोई विवाद नहीं है.