महाराष्ट्र कांग्रेस में आपसी गुटबाजी चरम पर है. प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के खिलाफ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने बिगुल फूंक दिया है. थोराट ने विधानसभा के सीएलपी पद से इस्तीफा दे दिया है और मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर कहा कि वह प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के साथ काम नहीं कर सकते. नासिक एमएलसी चुनाव के दौरान से बालासाहेब और नाना पटोले के बीच अनबन चल रही है.
बता दें कि महाराष्ट्र के जिले नासिक में हाल में संपन्न हुए विधान परिषद चुनाव के बाद पटोले कांग्रेस नेताओं के निशाने पर आ गए हैं. इस चुनाव में सत्यजीत तांबे ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा था और पार्टी से बगावत की थी. इस बात की शिकायत दिल्ली में पार्टी आलाकमान तक गई थी और सत्यजीत तांबे और उनके पिता समेत सुधीर तांबे को पार्टी ने निलंबित किया है.
सत्यजीत तांबे रिश्ते में बालासाहेब थोराट के भांजे हैं. थोराट कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए तांबे को राजनीतिक तौर पर काफी आगे बढ़ाया था. सत्यजीत तांबे और सुधीर तांबे के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने से बाला साहेब थोराट प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले से नाराज बताए जा रहे हैं. बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आए पटोले कई लोगों को पीछे छोड़ते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर काबिज हैं.
बालासाहेब थारोट ने कांग्रेस आलाकमान को लिखे पत्र में साफ-साफ शब्दों में कह दिया है कि नाना पटोले के साथ काम नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि विधान परिषद चुनाव के दौरान उन्हें लेकर अपमानजनक बातें कही गईं. सार्वजनिक तौर पर परिवार के खिलाफ बयान दिए गए. विवाद को मिटाने की बजाय उसे बढ़ाया गया और कई कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई भी हुई. पार्टी की बैठक के दौरान भी निचले स्तर पर जाकर वक्तव्य दिए गए. कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को परेशान किया गया और उन्हें मुश्किलों में लाने का प्रयत्न हुआ.
वहीं, निर्दलीय चुनाव जीतने वाले सत्यजीत तांबे ने आरोप लगाया कि नाना पटोले ने कुछ कांग्रेसियों के साथ जानबूझकर उन्हें गलत एबी फॉर्म भेजा. उन्हें और उनके पिता को 6 साल के लिए कांग्रेस पार्टी से बर्खास्त करने के बाद उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया. सत्यजीत चुनाव जीत गए, लेकिन प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने बालासाहेब थोराट पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग कोशिश करते हैं और चलाते हैं जैसे कि यह उनकी जागीर है और इसकी अनुमति नहीं दी जाएगी.