सिलवासा कलेक्टर संदीप कुमार सिंह ने मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह को पत्र लिखकर बताया कि डेल्कर एफआईआर राजनीति से प्रेरित थी. सिलवासा के कलेक्टर ने बॉम्बे हाईकोर्ट के समक्ष एक याचिका दायर की है जिसमें उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं करने की मांग की गई है और मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर को भी रद्द करने की मांग की जा रही है.
महाराष्ट्र कैबिनेट बैठक के बाद राज्य मंत्री और एनसीपी नेता जितेंद्र अवध ने बताया कि कैबिनेट बैठक के बाद महा विकास अघाड़ी सरकार के मंत्रियों ने रश्मि शुक्ला मुद्दे पर चर्चा की. आरोप है कि रश्मि शुक्ला ने बिना अनुमति के फोन टैप किए थे. उन्होंने कहा कि उन्होंने (रश्मि शुक्ला) ने इस हरकत के लिए पहले भी मुख्यमंत्री और गृह मंत्री से माफी मांगी थी और रोई भी थीं. हमने उन्हें मानवीय आधार पर माफ कर दिया. अब वह उसी डेटा का उपयोग सरकार को बदनाम करने के लिए किया है. यह एक साजिश है. रिपोर्ट में उनके द्वारा नामांकित सभी ट्रांसफर भी स्थानांतरित नहीं किए गए हैं.
महा विकास अघाडी के नेता कल गुरुवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से मुलाकात करेंगे. गुरुवार को महा विकास अघाडी (MVA) सरकार के नेता सीएम उद्धव ठाकरे की अगुवाई में राज्यपाल से मिलेंगे और सरकार का पक्ष राज्यपाल के सामने रखेंगे.
मुख्यमंत्री के आवास वर्षा में बैठक खत्म हो गई है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस दौरान जयंत पाटिल, दिलीप वलसे पाटिल, अनिल देशमुख से मुलाकात की. एडवोकेट जनरल आशुतोष कुंभकोनी ने भी सीएम से मुलाकात की है.
महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है, लेकिन मंत्री अभी भी मीटिंग रूम में बैठे हुए हैं. कैबिनेट बैठक के बाद सभी अधिकारियों से वहां से जाने को कह दिया गया. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत मंत्री मौजूद हैं. लेटर विवाद के बाद यह कैबिनेट की पहली बैठक थी.
एंटीलिया केस में डीसीपी ईओडब्ल्यू पराग मानेरे एनआईए ऑफिस पहुंच गए हैं.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एएनआई) ने एंटीलिया बम कांड मामले में UAPA के सेक्शन 16 और 18 को भी जोड़ दिया है.
वसूली मामले में विवादों में घिरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद गृह मंत्री अनिल देशमुख और मुंबई पुलिस कमिश्नर हेमंत नागराले सीएम के आवास वर्षा से निकल गए हैं.
महाराष्ट्र में सियासी हलचल के बीच आज राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख लगातार सक्रिय हैं. देशमुख पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ कैबिनेट मीटिंग में शामिल हुए. इसके बाद वह अपने मंत्रालय पहुंचे.
मनसुख हिरेन केस में ठाणे के कोर्ट के आदेश के बाद महाराष्ट्र ATS ने NIA को केस की फाइल सौंप दी है.
मुंबई पुलिस के पू्र्व कमिश्नर परमबीर सिंह मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हमें इसमें कोई संदेह नहीं है कि मामला काफी गंभीर है और बड़े पैमाने पर प्रशासन को प्रभावित करता है. ऐसा भी प्रतीत होता है कि एक व्यक्ति को गिरने की वजह से बहुत सारी सामग्री जो सार्वजनिक डोमेन में आई हैं. लेकिन आप लोग हाईकोर्ट क्यों नहीं गए. सुप्रीम कोर्ट ने आज बुधवार को परमबीर सिंह की उस याचिका सुनने से इनकार कर दिया जिसमें मामले की सीबीआई से जांच करने की गुहार लगाई गई थी.
पूर्व स्थिति को देखते हुए, याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने याचिका वापस लेने की बात कही और कहा कि मामले को अब हाईकोर्ट में उठाएंगे. उन्होंने शीर्ष अदालत से अनुरोध किया कि वह हाईकोर्ट से कहें कि वह गुरुवार को सुनवाई करे.
I met ED Official today afternoon at Mumbai #SachinVaze Gang extortion of more than ₹1000 crores involved Benami, Offshore, Cash Transactions Inquiry of #AnilDesmukh #ParambirSingh #AnilParab must. I hope ED will investigate these financial transactions @BJP4India @Dev_Fadnavis
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) March 24, 2021
बीजेपी नेता किरीट सोमैया आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पहुंच गए. उन्होंने ट्वीट करके कहा, 'मैंने आज दोपहर ईडी के अधिकारी से मुंबई में मुलाकात की. सचिन वाजे ने 1000 करोड़ रुपये की लेनदेन की, मैंने जांच करने की मांग की है.'
मनसुख हिरेन की संदिग्ध की मौत की जांच कर रही महाराष्ट्र एटीएस को झटका लगा है. दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस केस की जांच एनआईए को सौंप दी थी, जिसके खिलाफ महाराष्ट्र एटीएस कोर्ट चली गई थी. ठाणे कोर्ट ने आज महाराष्ट्र एटीएस को झटका देते हुए उसे मनसुख केस के सभी दस्तावेज एनआईए को सौंपने का आदेश दिया है.
आपको बता दें कि एंटीलिया के बाहर जिस स्कॉर्पियो में जिलेटिन की छड़ें मिली थी, उसके मालिक मनसुख हिरेन थे. उनकी संदिग्ध मौत हुई थी. परिवार वालों ने पुलिस अफसर सचिन वाजे पर आरोप लगाया था. इसी केस में सचिन वाजे गिरफ्तार किए गए थे और बाद में उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था.
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है. कोर्ट ने कहा कि ये बेहद गंभीर मामला है, इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट क्यों करे, हाई कोर्ट क्यों नही? मुकुल आप ये बताए कि 226 के तहत इस मामले की सुनवाई क्यों नही हो सकती? आप केवल उदाहरण दे रहे है अनुच्छेद 32 का.
हस्तक्षेपकर्ता पाटिल के वकील ने कहा कि इस मामले की सुनवाई हाई कोर्ट में होनी चाहिए. इस पर परमबीर सिंह के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि 32 को लेकर सुप्रीम कोर्ट के कई फैसलों को हमने कोर्ट के समक्ष रखा है.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मामले में आप कुछ आरोप लगा रहे है और मंत्री कुछ आरोप लगा रहे हैं. इस मामले में हाई कोर्ट सुनवाई क्यों नहीं कर सकता, हम मानते है कि ये मामला बेहद गंभीर है, इस मामले की सुनवाई हाई कोर्ट कर सकता है, आपकी जो भी डिमांड है, आप हाई कोर्ट के समक्ष रखे.
इस पर मुकुल रोहतगी ने कहा कि हम हाई कोर्ट में याचिका दाखिल आज ही कर देंगे, आप हाई कोर्ट को कहे कि मामले की सुनवाई कल की जाए.
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात के बाद पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सचिन वाजे और वसूली केस में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे चुप हैं, एक शब्द भी वो नहीं बोले, शरद पवार ने दो बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बात छिपाने की कोशिश की, ये महाविकास अघाड़ी नहीं महावसूली अघाड़ी सरकार है.
पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस ने पूरे मामले में चुप्पी साध ली है, उसको बताना चाहिए कि उसे कितना हिस्सा मिल रहा है, आज हमने राज्यपाल से मुलाकात करके सभी बातें बताई, अगर मुख्यमंत्री ने चुप्पी साधी है तो संवैधानिक प्रमुख होते हुए राज्यपाल को अपनी जिम्मेदारी संभालनी चाहिए और मुख्यमंत्री को बोलने के लिए विवश करना चाहिए, इस पूरी घटना पर राज्यपाल से रिपोर्ट तलब करनी चाहिए.
महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी से मिलने बीजेपी मंगल प्रभात लोढ़ा, जय कुमार रावल, चंद्रकांत पाटिल, राधाकृष्ण विखे पाटिल पहुंचे हैं.
परमबीर सिंह और सचिन वाजे का विवाद महाराष्ट्र सरकार को दिल्ली से मुंबई तक घेरता जा रहा है. थोडी देर बाद इसी मसले पर बीजेपी नेताओं का जत्था राज्यपाल से मिलने वाला है तो आज सुप्रीम कोर्ट में परमबीर सिंह की याचिका पर सुनवाई होगी, जिसमें देशमुख पर आरोपों की जांच की मांग है. उधर मुंबई में महासंकट पर महाबैठकों का दौर जारी है. कल रात सीएम उद्धव ठाकरे से अनिल देशमुख मिले तो कांग्रेस को भी हालात पर मंथन करना पड़ा.
एंटीलिया केस में गिरफ्तार सचिन वाजे को लेकर एक नया खुलासा हुआ है. NIA की जांच में सामने आया है कि वाजे ने अपना फेक आधार कार्ड बनवाया था. इस आधारकार्ड में तस्वीर वाजे की ही थी, लेकिन उनके नाम की जगह 'सुशांत सदाशिव खामकर' लिखा था. NIA को आधार कार्ड की कॉपी ट्राईडेंट होटल से मिली है. जांच में यह भी सामने आया है कि वाजे नीले रंग के 2 बैग्स के साथ होटल में दाखिल हुआ था. संभावना है कि इस आधार कार्ड के सहारे वाजे ने कई जगह होटल बुक करवाए थे.
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की चिट्ठी के बाद एक और चिट्ठी ने सियासत को गर्म कर दिया है. अगस्त 2020 में तत्कालीन इंटेलिजेंस कमिश्नर रश्मि शुक्ला ने डीजीपी को खत लिखकर ट्रांसफर पोस्टिंग में दलाली के आरोप लगाए थे. रश्मि शुक्ला की चिट्ठी पर फडणवीस ने आरोप लगाया कि उद्धव को इसकी जानकारी थी. वहीं नवाब मलिक ने पलटवार करते हुए रश्मि शुक्ला को बीजेपी का एजेंट बताया.