महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस एक बार फिर चर्चा में हैं. उन्होंने मुंबई के मालाबार हिल पुलिस स्टेशन में एक कथित डिजाइनर अनीक्षा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. अमृता ने दावा किया है कि अनीक्षा ने एक आपराधिक मामले में हस्तक्षेप करने के लिए उन्हें 1 करोड़ रुपये की रिश्वत देने का ऑफर दिया है. जब अमृता ने ऑफर नहीं स्वीकार किया तो उन्हें ब्लैकमेल भी किया गया. अमृता फडणवीस इस महिला डिजाइनर को लंबे वक्त से जानती हैं. वो कई बार उनके आवास पर भी आ-जा चुकी है.
पुलिस ने इस मामले में सट्टेबाज अनिल जयसिंघानी के बेटे अक्षन जयसिंघानी को हिरासत में लिया है. उससे केस के संबंध में पूछताछ की जा रही है. जांच में सामने आया है कि
कथित डिजाइनर वांछित सट्टेबाज अनिल जयसिंघानी की बेटी है. हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब अमृता फडणवीस सुर्खियों में हैं. इससे पहले भी वे काफी चर्चा में रही हैं. आईए जानते हैं अमृता के बारे में...
डांस चैलेंज...
जनवरी 2023 में अमृता फडणवीस ने अपने नए रिलीज हुए गाने मूड बनालेया से इंटरनेट पर छा गईं थीं. अमृता फडणवीस और मीत ब्रदर्स द्वारा गाए गए इस गाने को बैचलरेट एंथम का लेबल दिया गया था.
अमृता फडणवीस ने ट्विटर पर हैशटैग #MoodBanaleya के साथ डांस चैलेंज शुरू किया. उन्होंने खुद का एक पेप्पी गाने पर डांस करते हुए वीडियो शेयर किया था. इसे ट्विटर पर शेयर किया और लोगों से चैलेंज में हिस्सा लेने और अपने डांस मूव्स शेयर करने की अपील की थी. मूड बनालेया को 6 जनवरी को यूट्यूब पर रिलीज किया गया था. इस गाने को अब तक 50 मिलियन से ज्यादा बार देखा जा चुका है.
यातायात के कारण 3% तलाक...
देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने फरवरी 2022 में सोशल मीडिया पर एक मीम चलाया था. उन्होंने दावा किया कि मुंबई में तलाक रेट बढ़ने की वजह शहर का बिजी ट्रैफिक है. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मायानगरी की सड़कों पर गड्ढों और ट्रैफिक की भीड़ मुंबई में तीन प्रतिशत तलाक का कारण है. हालांकि, राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने अमृता के बयान पर पलटवार किया था और सुझाव दिया कि अमृता के बयान में तर्क का अभाव है.
प्रियंका चतुर्वेदी ने 5 फरवरी, 2022 को ट्वीट किया था- बेस्ट (il) लॉजिक ऑफ द डे का अवॉर्ड उस महिला को जाता है, जो दावा करती है कि 3% मुंबईकर सड़कों पर ट्रैफिक की वजह से तलाक ले रहे हैं. कृपया ब्रेक पर दिमाग लगाने के बजाय छुट्टी का ब्रेक लें. बेंगलुरु परिवार कृपया इसे पढ़ने से बचें. यह आपकी शादियों के लिए घातक साबित हो सकता है.
नवाब मलिक पर पलटवार...
अमृता फडणवीस ने नवंबर 2021 में एनसीपी कोटे से मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने एक कथित ड्रग डीलर के साथ मलिक की एक तस्वीर शेयर की थी. उन्होंने मांग की कि बिगड़े नवाब ऊर्जा को सुधरे नवाब में तब्दील किया जाए. उन्होंने आगे कहा- बिगडे़ नवाब के बॉस या सुपर बॉस से पूछताछ की जानी चाहिए. मलिक की तरफ से अमृता को मानहानि संबंधी ट्वीट करने पर नोटिस दिया गया था.
अमृता ने 11 नवंबर, 2021 को ट्वीट किया- मिस्टर नवाब मलिक ने कुछ तस्वीरों समेत मानहानिकारक, भ्रामक और निंदनीय ट्वीट्स को सिलसिलेवार शेयर किया है. यहां आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत आपराधिक कार्यवाही समेत मानहानि का नोटिस दिया गया है. इसमें कहा गया कि या तो 48 घंटे में बिना शर्त सार्वजनिक माफी के साथ ट्वीट हटा दें या कार्रवाई का सामना करें.
मुंबई पुलिस की आलोचना भी कर चुकीं...
अगस्त 2020 में अमृता फडणवीस ने ट्वीट किया कि जिस तरह से सुशांत सिंह राजपूत मामले में मुंबई पुलिस द्वारा हैशटैग #JusticeforSushantSingRajput और #JusticeforDishaSalian का उपयोग करके हैंडल किया जा रहा है, उसके कारण मुंबई अब रहने के लिए सुरक्षित नहीं है.
उन्होंने 3 अगस्त 2020 को ट्वीट किया कि जिस तरह से #SushantSinghRajputDeathCase को हैंडल किया जा रहा है - मुझे लगता है मुंबई ने मानवता खो दी है और अब निर्दोष, स्वाभिमानी नागरिकों के लिए जीने के लिए सुरक्षित नहीं है.
#JusticeforSushantSingRajput #JusticeForDishaSalian।
वहीं, तब शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने मुंबई पुलिस की आलोचना करने पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उनकी पत्नी अमृता को आड़े हाथ लिया था. प्रियंका चतुर्वेदी ने बिना नाम लिए ट्वीट किया- मैं मुंबई पुलिस पर आरोप लगाने और उसे बदनाम करने वाले इन प्रदेश भाजपा नेताओं और उनके राजनीतिक आकांक्षा वाले परिवार को चुनौती देती हूं कि वे अपनी पुलिस सुरक्षा छोड़ दें. निजी एजेंसियों के पास जाएं जो उन्हें शहर में सुरक्षित महसूस करा सकें. पूर्व सीएम की पत्नी के रूप में उनका इस तरह से बोलना शर्मनाक है.
क्या है पूरा मामला
आरोप के मुताबिक,अनिक्षा नाम की एक महिला ने अप्रत्यक्ष रूप से अमृता फडणवीस को धमकी दी, साजिश रची और 1 करोड़ की रिश्वत की पेशकश की. इसके बाद अमृता ने नजदीकी पुलिस स्टेशन पहुंचकर मामला दर्ज कराया. संबंधित आरोपी महिला करीब 16 महीने से अमृता के संपर्क में थी. आरोपी महिला और उसके पिता ने अमृता फडणवीस को एक अपराध में मदद मांगने वाले सट्टेबाजों के बारे में जानकारी देने की पेशकश की थी.
पुलिस में दर्ज कराई शिकायत अमृता फडणवीस के फोन पर मेसेज और कॉल आने के बाद उन्होंने मालाबार हिल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. इस शिकायत के अनुसार पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.महिला डिजाइनर होने के नाते आरोपी अमृता फडणवीस के संपर्क में आई थी. आरोपी महिला डिजाइनर और उसके पिता को भी इस अपराध में आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नही की है.
प्राथमिकी में अमृता ने कहा कि उन्हें 18 और 19 फरवरी को अनीक्षा ने एक अज्ञात फोन नंबर से अपने वीडियो क्लिप, वॉयस नोट्स और कई संदेश भेजे. अमृता के मुताबिक अनिक्षा के पिता भी इस मामले में उसका साथ दे रहे थे. अमृता ने कहा कि वह पहली बार नवंबर 2021 में अनिक्षा से मिली थी. इसके बाद अमृता की अनिक्षा से कई बार मुलाकात हुई. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
कौन है आरोपी डिजाइनर आरोपी डिजाइनर
कई मामलों में वांटेड, एक शीर्ष सट्टेबाज अनिल जयसिंघानी की बेटी है. अनिक्षा एक लॉ ग्रेजुएट है. अनिल के खिलाफ महाराष्ट्र, गोवा और असम में सरकारी अधिकारियों को धमकी देने, धोखा देने के कई आरोप शामिल हैं. इस मामले में भी भी अनिक्षा ने खुद को डिजाइनर के रूप में पेश किया और यह बताकर सहानुभूति हासिल की कि उसकी मां का देहांत हो चुका है. ठाणे जिले में उल्हासनगर में रहने वाली अनिक्षा लगातार फिर अमृता से संपर्क करती रहीं.
पिता पर लग चुके हैं सट्टेबाजी के आरोप
अनिक्षा के पिता जयसिंघानी पर सट्टेबाजी के आरोप लग चुके हैं. जयसिंघानी का नाम डेढ़ दशक पहले उस समय सामने आया था, जब उसने आरोप लगाया था कि मुंबई के पूर्व डीसीपी जाधव, क्राइम ब्रांच ने उसे क्रिकेट में सट्टेबाजी करने के लिए मजबूर किया और कथित तौर पर उसन उनके बच्चों और पत्नी को बंधक बनाकर रखा. पुलिस अधिकारियों ने जाधव के खिलाफ आरोपों के बारे में जानकारी नहीं दी थी. जाधव को कथित तौर पर छुट्टी पर आगे बढ़ने के लिए कहा गया था और फिर कुछ वर्षों के बाद,उन्होंने वीआरएस की मांग की और पुलिस विभाग छोड़ दिया. जयसिंघानी ने तब आरोप लगाया था कि उसके परिवार को तब छोड़ा गया जब डीसीपी अमर जाधव को 1 करोड़ रुपये दिए गए.
(रिपोर्ट- विकास कुमार)