महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (UBT) नेता उद्धव ठाकरे ने मोदी सरकार के नए कैंपेन 'सौगात-ए-मोदी' को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा, "अब बीजेपी को आधिकारिक तौर पर ऐलान करना चाहिए कि उन्होंने हिंदुत्व छोड़ दिया है. वे उन लोगों को 'सौगात-ए-सत्ता' बांट रहे हैं, जिनके घर बुलडोजर से ध्वस्त हो गए और कई लोग सांप्रदायिक दंगों में मारे गए."
उन्होंने आगे कहा कि होली में मुसलमानों पर तंज कसने वाले अब चुनाव के समय पूरन पोली बांटते नजर आ रहे हैं. क्या ये सौगात सिर्फ बिहार चुनाव तक ही सीमित है या आगे भी जारी रहेगी?
'सत्ता जिहाद पर बीजेपी...'
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि यह 'सौगात-ए-सत्ता' सिर्फ बिहार विधानसभा चुनाव के लिए है. बीजेपी सत्ता जिहाद पर उतर आई है. वे चिल्ला रहे थे कि उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व छोड़ दिया. अब ये 'सौगात-ए-मोदी' शुरू हो गया है. 32,000 कार्यकर्ता इसे बांटने जा रहे हैं. ये सौगात-ए-सत्ता है, जो कहते थे बंटेंगे तो कटेंगे, वो अब इसे बांटने जा रहे हैं. अब देखते हैं कि ये टोपी पहनकर कैसे ये सौगात बांटते फिरते हैं.
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क्या है सौगात-ए-मोदी?
सौगात-ए-मोदी किट में खाने-पीने की चीजों के साथ-साथ कपड़े, सेवई, खजूर, ड्राई फ्रूट्स और चीनी है. महिलाओं की किट में सूट का कपड़ा है. पुरुषों की किट में कुर्ता-पायजामा है. हर किट की कीमत करीब 500 से 600 रुपये बताई जा रही है.
बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के नेशनल प्रेसिडेंट जमाल सिद्दीकी ने कहा, "प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी 140 करोड़ भारतीयों के पीएम हैं, त्यौहार का समय है, ईद आने वाली है, रमजान चल रहा है. हमारे कार्यकर्ता जाएंगे और किट देंगे. किट में खाने-पीने का सामान होगा, घर की महिला प्रमुख के लिए सूट का कपड़ा होगा. किट में त्यौहार, सेवइयां , बेसन, ड्राई फ्रूट, दूध, चीनी सब होगा."
उन्होंने आगे कहा कि हम माइनॉरिटी समाज के लोगों तक पहुंचेंगे और मोदी किट बांटी जाएगी. ये किट पूरे देश में बांटे जाएंगे. यह किट 32 हजार पदाधिकारी बांटेंगे, 1 पदाधिकारी 100 परिवारों में किट बांटेंगे.