महाराष्ट्र में एंटीलिया केस और मनसुख हीरेन हत्याकांड से शुरू हुई राजनीतिक उठापठक शांत होती नहीं दिख रही है. महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने ट्वीट कर दावा किया है कि उन्होंने परमबीर सिंह का ट्रांसफर कर दिया था, इसलिए परमबीर सिंह ने उन पर आरोप लगाए थे.
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "एंटीलिया और मनसुख हिरेन के मृत्यु के मामले में परमबीर सिंह और सचिन वाज़े की संदेहास्पद भूमिका को देखते हुए सिंह का ट्रांसफर किया गया था जिसके बाद उन्होंने मेरे ऊपर झूठे आरोप लगाए."
अनिल देशमुख ने इससे पहले मंगलवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में एक याचिका भी दायर की है. इसमें उन्होंने सीबीआई की तरफ से उनके खिलाफ दाखिल FIR को रद्द करने की मांग की है. सीबीआई ने देशमुख के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट और इंडियन पेनल कोड की धारा 120 बी के तहत केस दर्ज किया है. यह मामले ऐसे में दर्ज किए गए हैं जब मुंबई के पूर्व पुलिस कमीश्नर परमबीर सिंह ने अनिल देशमुख पर वसूली रैकेट चलाने का आरोप लगाया था.
दरअसल, 17 मार्च को परमबीर सिंह को मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद से हटा दिया गया था. उन्हें होमगार्ड का डीजी बनाया गया था. इसके बाद परमबीर सिंह ने अनिल देशमुख पर सचिन वाजे से हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करने का आरोप लगाया था.
मार्च में ही मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह की एक चिट्ठी सामने आई थी, जो उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखी थी. परमबीर सिंह ने इस चिट्ठी में दावा किया था कि अनिल देशमुख ने सचिन वाजे से हर महीने सौ करोड़ रुपये की मांग की थी, जो मुंबई के अलग-अलग क्षेत्रों से वसूले जाने थे. इस मामले में खुद परमबीर सिंह ने सीबीआई जांच की मांग की थी. परमबीर सिंह के आरोपों के बाद देशमुख को गृह मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था.