महाराष्ट्र में किसानों के आंदोलन पर राजनीति तेज हो गई है. मुंबई पहुंचे किसानों से दोपहर में शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने मुलाकात की तो रात में मनसे प्रमुख राज ठाकरे किसानों से मिलने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने किसानों से कहा कि उन्हें जब भी मेरी जरूरत होगी, मैं हाजिर हो जाऊंगा.
इस दौरान राज ठाकरे ने फडनवीस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्होंने किसानों के लिए कुछ नहीं किया. राज ने बैंक घोटाले के बहाने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर भी हमला किया. उन्होंने कहा कि किसानों को कर्ज देने वालों का क्या हुआ?
इस बीच मुंबई पहुंचे किसान सोमैया ग्राउंड पहुंचे थे. सोमवार को यहां बोर्ड एग्जाम होने हैं. छात्रों को असुविधा न हो, इसके लिए किसान सोमैया ग्राउंड से आजाद मैदान जाएंगे. किसान सभा के नेता अजीत नवेले ने बताया कि हम सभी लोग रात दो बजे आजाद मैदान के लिए कूच करेंगे. वहां से कल सुबह विधानसभा का घेराव किया जाएगा.
इससे पहले दोपहर में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र में अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों से मुलाकात भी की. इस दौरान आदित्य ठाकरे ने किसानों को कर्ज से मुक्ति दिलाने की मांग की. उन्होंने कहा, ''हम कर्ज माफी नहीं चाहते हैं. माफी किसी मामले के दोषी को दी जाती है. हम दोषी नहीं हैं. हम कर्ज से मुक्ति चाहते हैं.
वहीं फडणवीस सरकार में मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने आनंद नगर में किसानों से मुलाकात की. उन्होंने बताया कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इस संबंध में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की है.
महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन ने किसानों से जाकर मुलाकात की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस किसानों के साथ हैं. किसानों की 90 फीसदी मांगें पूरी की जाएंगी. कल विधि मंडल में सभी मुद्दों को उठाया जाएगा. सरकार किसानों के साथ है.
#Maharashtra: All India Kisan Sabha's protest march crosses Thane Mulund Check Naka to reach Mumbai. Over 30,000 farmers are heading to Mumbai, demanding a complete loan waiver among other demands. pic.twitter.com/KcQUkWFgui
— ANI (@ANI) March 11, 2018
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के किसान मोर्चे अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) की अगुवाई में यह विरोध मार्च मंगलवार को नासिक से मुंबई के लिए रवाना हुआ था. किसानों की 180 किलोमीटर लंबी पदयात्रा के आरंभ में 12,000 किसानों का काफिल निकला था. अब किसानों की संख्या 30 हजार के पार पहुंच गई है.
शनिवार को यात्रा में शामिल 5 किसानों की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के बाद किसानों को छुट्टी दे दी गई है. इन किसानों को पानी की कमी और कम ब्लड प्रेशर की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाया गया था.
कांग्रेस ने भी दिया समर्थन
महाराष्ट्र कांग्रेस ने भी किसानों के विरोध प्रदर्शन को समर्थन दिया है. कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने ट्वीट कर किसानों की फोटो शेयर की और उन्हें कांग्रेस पार्टी समर्थन की बात कही. उन्होंने लिखा, 'सरकार के खिलाफ किसानों के इस संघर्ष में कांग्रेस पार्टी उनके साथ है. मुख्यमंत्री को किसानों से बात करनी चाहिए और उनकी मांगों को स्वीकार करना चाहिए.'
शेतक-यांच्या न्याय मागण्यांसाठी निघालेल्या नाशिक मुंबई किसान लाँग मार्चला काँग्रेस पक्षाचा पाठिंबा आहे. शेतक-यांच्या सरकारविरोधातील या संघर्षात काँग्रेस पक्ष शेतक-यांसोबत आहे. मुख्यमंत्र्यांनी हट्टीपणा सोडून शेतक-यांशी चर्चा करावी व त्यांच्या मागण्या मान्य कराव्यात. pic.twitter.com/XPYAang7LJ
— Ashok Chavan (@AshokChavanINC) March 11, 2018
-आंदोलन कर रहे किसानों की पहली मांग पूरे तरीके से कर्जमाफी है. बैंकों से लिया कर्ज किसानों के लिए बोझ बन चुका है. मौसम के बदलने से हर साल फसलें तबाह हो रही है. ऐसे में किसान चाहते हैं कि उन्हें कर्ज से मुक्ति मिले.
- किसान संगठनों का कहना है कि महाराष्ट्र के ज्यादातर किसान फसल बर्बाद होने के चलते बिजली बिल नहीं चुका पाते हैं. इसलिए उन्हें बिजली बिल में छूट दी जाए.
- फसलों के सही दाम न मिलने से भी वो नाराज है. सरकार ने हाल के बजट में भी किसानों को एमएसपी का तोहफा दिया था, लेकिन कुछ संगठनों का मानना था कि केंद्र सरकार की एमएसपी की योजना महज दिखावा है.
- किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें भी लागू करने की मांग किसान कर रहे हैं.