महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने मातोश्री में शिवसेना सांसदों की बैठक बुलाई है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में सिर्फ 12 सांसद पहुंचे हैं. वहीं, 7 सांसद अभी तक बैठक में नहीं पहुंचे. शिवसेना के लोकसभा में कुल 19 सांसद हैं. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विधायकों की बगावत के बाद से माना जा रहा है कि शिवसेना के कुछ सांसद भी जल्द पाला बदल सकते हैं. इस पहले भी कुछ सांसदों ने उद्धव ठाकरे से एकनाथ गुट से सुलह करने की सिफारिश की थी.
बताया जा रहा है कि उद्धव की बुलाई बैठक में गजानन कीर्तिकर, अरविंद सावंत, विनायक राउत, हेमंत गोडसे, धैर्यशील माने, ओमराजे निंबालकर, राजेंद्र गावित, राजन विचारे और राहुल शेवाले समेत 12 सांसद पहुंचे हैं. बाकी सांसद अभी मीटिंग में नहीं पहुंचे हैं. उधर, उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के साथ बने रहने वाले 15 विधायकों को पत्र लिखा है. उद्धव ठाकरे ने कठिन समय में समर्थन देने के लिए सभी विधायकों को धन्यवाद कहा है. ठाकरे ने कहा, इन लोगों ने धमकियों के बावजूद सरेंडर नहीं किया.
सांसदों में भी फूट के आसार
दरअसल, एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के बागी विधायकों के साथ मिलकर बीजेपी के साथ सरकार बना ली है. शिंदे के पास शिवसेना के 40 विधायक और 10 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है. इसके बाद से लगातार खबरें आ रही हैं कि शिवसेना के कुछ सांसद बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. इनमें एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे, भावना गवली जैसे नाम शामिल हैं. इतना ही नहीं मातोश्री में हुई शिवसेना सांसदों की पिछली बैठक में भी कुछ वरिष्ठ नेताओं ने उद्धव ठाकरे को एकनाथ शिंदे से सुलह करने की सलाह दी थी.
कई पूर्व पार्षद हुए शिंदे गुट में शामिल
महाराष्ट्र में महाविकास अघा़डी सरकार गिरने के बाद से शिवसेना के नेताओं का एकनाथ गुट में शामिल होना जारी है. पिछले दिनों ठाणे नगर निगम के 67 में 66 पूर्व पार्षदों ने एकनाथ शिंदे को समर्थन दिया था. इसके बाद नवी मुंबई और कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका में भी शिवसेना के पूर्व पार्षद भी एकनाथ गुट में शामिल हो गए थे.