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महाराष्ट्र में सियासी घमासान, खुले समर्थन पर कांग्रेसी नेता का यू-टर्न

कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने सरकार बनाने को लेकर बुधवार को खुले विकल्प की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि शिवसेना प्रस्ताव रखती है तो पार्टी हाईकमान और अन्य दलों के नेताओं के साथ चर्चा की जाएगी.

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कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण (फोटो-ANI)
कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण (फोटो-ANI)

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  • कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण अपने बयान से पलटे
  • कल होगी नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों की बैठक

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आए छह दिन गुजर चुके हैं, लेकिन बीजेपी-शिवसेना के बीच मोलभाव नहीं हो पा रहा है. इस बीच राज्य में मचे सियासी घमासान में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण अपने बयान से पलट गए हैं.

बुधवार को पृथ्वीराज चव्हाण ने सरकार बनाने को लेकर समर्थन के खुले विकल्प की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि शिवसेना प्रस्ताव रखती है तो पार्टी हाईकमान और अन्य दलों के नेताओं के साथ चर्चा की जाएगी. हालांकि अब उन्होंने शिवसेना के प्रपोजल वाले बयान को निजी बताया है. वहीं, कांग्रेस मंबई के दादर में बैठक कर रही है. इसमें मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल हो रहे हैं. वहीं, गुरुवार को कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक होगी.

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50-50 फॉर्मूले पर नहीं बन रही बात

महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के पास सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या है. इसके बावजूद शिवसेना ने 50-50 फॉर्मूले की शर्त रखकर मामले को अधर में लटका दिया है. शिवसेना दोनों पार्टियों के लिए ढाई-ढाई साल के लिए सीएम पद की मांग कर रही है, जिसके लिए बीजेपी तैयार नहीं है. इसी के चलते महाराष्ट्र में सरकार गठन नहीं हो सका. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि अगले पांच साल राज्य की बीजेपी नेतृत्व वाली सरकार में वही मुख्यमंत्री बने रहेंगे.

बीजेपी रख सकती है ये प्रस्ताव 

बीजेपी-शिवसेना के पास बहुमत का आंकड़ा है. ऐसे में बीजेपी ने शिवसेना के 50-50 फॉर्मूले को नकारते हुए आदित्य ठाकरे को डिप्टी सीएम बनाने सहित कई अहम मंत्रालय देने का प्रस्ताव रख सकती है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पिछली सरकार में भी शिवसेना को डिप्टी सीएम पद का ऑफर दे चुके हैं. ऐसे में शिवसेना राजी हो सकती है, लेकिन वह पार्टी हाईकमान से इस पर ठोस आश्वासन चाहती है.

अल्पमत की सरकार...

शिवसेना के तेवर को देखते हुए बीजेपी 2014 के फॉर्मूले को दोहराने की तैयारी शुरू दी है. बीजेपी का एक धड़ा शिवसेना के बिना सरकार बनाने की राय रख रहा है. विधानसभा के आंकड़ों को देखें तो ये थोड़ा मुश्किल जरूर लगता है, लेकिन यह नामुमकिन भी नहीं है. देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर सरकार बनाएं और विश्वासमत के समय 54 सीटों वाली एनसीपी सदन वॉकआउट कर जाए तो बीजेपी आसानी से अपना बहुमत सिद्ध कर ले जाएगी.

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