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चीन के साथ सुधर रहे हालात! महाराष्ट्र सरकार बोली- MoU पर आगे बढ़ सकती है बात

चीन के साथ बॉर्डर पर जारी तनाव के बीच देश में चीनी कंपनियों के खिलाफ गुस्सा था. इसी दौरान महाराष्ट्र सरकार ने कुछ प्रोजक्ट पर रोक लगाई थी, लेकिन अब हालात बदलते दिख रहे हैं.

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चीन के साथ तनाव के बीच लगी थी रोक
चीन के साथ तनाव के बीच लगी थी रोक

  • चीनी कंपनियों के साथ करार रह सकता है जारी
  • महाराष्ट्र सरकार के मंत्री ने दिए संकेत
भारत और चीन के बीच बॉर्डर पर जो हालात बने उससे देश में चीन के प्रति गुस्सा बढ़ गया था. इसी गुस्से के बीच महाराष्ट्र सरकार ने चीनी कंपनियों को दिए तीन प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी थी. लेकिन अब राज्य सरकार का कहना है कि स्थिति सुधर रही है ऐसे में इस पर आगे काम किया जा सकता है.

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री सुभाष देसाई ने कहा है कि हमने चीनी कंपनियों के साथ किए MoU को रद्द नहीं किया था, लेकिन इन पर रोक लगा दी थी. लेकिन अब खबर है कि चीन के साथ स्थिति सुधर रही है. ऐसे में अब नहीं लगता कि इन समझौतों के साथ कोई दिक्कत होगी.

सुभाष देसाई बोले कि हमें उम्मीद है कि अब इन समझौतों के साथ आगे बढ़ा जा सकता है.

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आपको बता दें कि गलवान घाटी में घटना के बाद महाराष्ट्र सरकार ने करीब 5000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी थी. बीते दिनों महाराष्ट्र में निवेश के लिए जो सम्मेलन किया गया था, उनमें तीन कंपनियों से समझौता हुआ था. राज्य सरकार ने तब बयान दिया था कि केंद्र सरकार से बात करने के बाद इन प्रोजेक्ट को अभी के लिए रोक दिया गया है.

चीन की नई चाल! अब भारत पर कर रहा साइबर अटैक

इससे पहले गलवान घटना के एक दिन पहले ही खबर थी कि चीनी कंपनी ने महाराष्ट्र में एक बड़ा निवेश किया है, उस पर भी ब्रेक की बात सामने आई थी.

गौरतलब है कि पंद्रह जून को जब गलवान घाटी में झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए तो देश में गुस्सा पनपा. इस दौरान चीनी कंपनी और प्रोडक्ट के बहिष्कार की आवाज उठने लगी.

इसी सबके बीच रेल मंत्रालय ने एक चीनी कंपनी को दिया ठेका रद्द कर दिया तो दूसरी ओर सरकार ने BSNL-MTNL को चीनी सामान का उपयोग ना करने की सलाह दी. साथ ही कई राज्य सरकारों ने भी चीनी निवेश के खिलाफ आवाज उठाई.

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