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महाराष्ट्र के सरकारी डॉक्टर तीसरे दिन भी हड़ताल पर

राज्य के सरकारी अस्पतालों में करीब 3,500 रेजीडेंट डॉक्टर तीसरे दिन भी हड़ताल पर रहे. एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि गरीब मरीजों को सेवा देने के लिए वे अब समानांतर आउट पेसेंट विभाग (ओपीडी) खोलना चाहते हैं.

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राज्य के सरकारी अस्पतालों में करीब 3,500 रेजीडेंट डॉक्टर तीसरे दिन भी हड़ताल पर रहे. एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि गरीब मरीजों को सेवा देने के लिए वे अब समानांतर आउट पेसेंट विभाग (ओपीडी) खोलना चाहते हैं.

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महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स (एमएआरडी) के अध्यक्ष संतोष वकचौरे ने आईएएनएस से कहा, "हड़ताल अब तक जारी है. गुरुवार से हम समानांतर ओपीडी संचालित करेंगे, ताकि गरीब और जरूरतमंद मरीजों को नुकसान नहीं हो."

यह पूछे जाने पर कि क्या एमएआरडी का फैसला बम्बई उच्च न्यायालय के बुधवार के आदेश के विरुद्ध नहीं होगा, वकचौरे ने कहा कि वह आदेश कुछ महीने पहले एमएआरडी के प्रदर्शन के विरुद्ध एक जनहित याचिक के संदर्भ में था.

उच्च न्यायालय ने बुधवार के आदेश में पूरे राज्य के सरकारी अस्पतालों में रेजीडेंट डॉक्टरों को दो दिवसीय हड़ताल तुरंत समाप्त करने के लिए कहा था. वकचौरे ने बुधवार की रात कहा था कि एमएआरडी आखिरी फैसला लेने से पहले अदालत के आदेश का अध्ययन करेगा.

राज्य के 14 सरकारी अस्पतालों के करीब 3,500 डॉक्टर मंगलवार से हड़ताल पर हैं, जिसमें मुम्बई के 2,000 डॉक्टर शामिल हैं. डॉक्टर अधिक स्टाइपेंड और बेहतर सुविधा की मांग कर रहे हैं.

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डॉक्टरों को अभी 31,000 रुपये स्टाईपेंड मिलता है. उन्हें 36,000 रुपये की पेशकश की गई है, लेकिन वे 41,000 रुपये की मांग कर रहे हैं.

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