नवाब मलिक ने कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन खत्म होना जरूरी है और एक सरकार का गठन जल्द से जल्द होना चाहिए. अब कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार गठन पर सोनिया गांधी के साथ बैठक के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा.
इस बैठक में सुप्रिया सुले, जितेंद्र आव्हाड, छगन भुजबल, जयंत पाटिल, धनंजय मुंडे, अजित पवार, दिलीप वलसे पाटिल, फौजिया खान और हसन मुसरिफ समेत अन्य नेता शामिल रहे. एनसीपी की यह बैठक महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर हो रही है.
पहले पार्टी सूत्रों की ओर से दावा किया जा रहा था कि रविवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और एनसीपी चीफ शरद पवार के बीच महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर फैसला हो सकता है लेकिन यह बैठक अब नहीं हो रही है. इस बैठक के स्थगित होने के बाद ही एनसीपी की कोर समिति की बैठक हो रही है.
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर स्थिति साफ होती नजर नहीं आ रही है. भारतीय जनता पार्टी(बीजपी) और शिवसेना के रिश्तों में दरार के बाद अब शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच सरकार गठन पर कोई भी अंतिम निर्णय अब तक सामने नहीं आया है.
पहले दावा किया जा रहा था कि महाराष्ट्र में सरकार की रूपरेखा तय कर ली गई है. सीएम-डिप्टी सीएम और मंत्री पदों के बंटवारे पर भी बात पक्की हो चुकी है. लेकिन इतने दावों के बावजूद महाराष्ट्र में सरकार बनाने का रास्ता साफ होता नजर नहीं आ रहा है.