महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कोशिश में लगी शिवसेना को बड़ा झटका लगा है. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना को और समय देने से इनकार कर दिया है. मुलाकात करने के बाद शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि राज्यपाल ने और समय देने से मना कर दिया है.
मुलाकात के दौरान आदित्य ठाकरे ने राज्यपाल को बताया कि बाकी पार्टियों से बात चल रही है. राज्यपाल ने शिवसेना को 24 घंटे का और वक्त देने से मना कर दिया है. आदित्य ने कहा कि हमारा दावा खारिज नहीं हुआ है. हमने राज्यपाल को बताया कि हम सरकार बनाना चाहते हैं.
Aaditya Thackeray: Both parties (Congress-NCP) have been speaking to us, MLAs have been speaking to us. As talks are on, as 2nd largest party it was our right to come here. We've expressed our willingness to form govt, we've asked for extension of 48 hrs to fulfill our procedure. pic.twitter.com/v8eQBr1hW2
— ANI (@ANI) November 11, 2019
आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारा दावा अभी खारिज नहीं हुआ है और हम भी सरकार बनाना चाहते हैं. अन्य दलों से हमारी बातचीत जारी है और उनका समर्थन पत्र हासिल करने में वक्त लग रहा है.
Aaditya Thackeray, Shiv Sena: We told the Guv that we're willing to form the govt. We asked him for at least 2 days time but we weren't given time. The claim (to form govt) wasn't denied but the time was. We'll continue to put in efforts to form govt in the state. #Maharashtra pic.twitter.com/BwqSgddKL4
— ANI (@ANI) November 11, 2019
राज्यपाल ने शिवसेना को समय देने किया इनकार
राज्यपाल से मुलाकात के बाद शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, हमने राज्यपाल से कहा कि शिवसेना सरकार बनाने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि हमने राज्यपाल से 2 दिन का वक्त मांगा था, लेकिन वो देने से इनकार कर दिया है. ठाकरे ने कहा कि बाकी पार्टियों से शिवसेना की बातचीत चल रही है, लेकिन उनका पत्र हासिल करने में वक्त लग रहा है, ऐसे में हमें समय दिया जाए, हालांकि राज्यपाल ने शिवसेना को समय देने से वक्त देने से मना कर दिया है.
राज्यपाल के पाले में गेंद
बहरहाल, गेंद राज्यपाल के पाले में हैं, वह आज रात को महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगा सकते हैं. वैसे राज्यपाल ने शिवसेना के दावे को खारिज भी नहीं किया है और शिवसेना जब समर्थन पत्र लेकर दावे पेश करने जाती है तो राज्यपाल उसे मौका दे सकते हैं.