महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर सस्पेंस खत्म होता नजर आ रहा है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जो भी सरकार बनेगी वह पांच साल तक चलेगी.
इस बीच शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं ने कल यानी शनिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात का समय मांगा है. हालांकि, तीनों पार्टियों के नेताओं ने यह समय किसानों के मसले पर बात करने के लिए मांगा है.
NCP leader Sharad Pawar on Maharashtra government formation: The process to form government has begun, the government will run for full 5 years. pic.twitter.com/fJ8HOD6u9N
— ANI (@ANI) November 15, 2019
सरकार गठन पर क्या बोले एनसीपी नेता?
वहीं एनसीपी ने 20 दिन के अंदर महाराष्ट्र में सरकार का गठन होने की उम्मीद जताई है. एनसीपी नेता नवाब मलिक ने आज तक से खास बातचीत में कहा कि 20 दिन में सरकार का गठन हो सकता है, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवसेना की ही होगा.
नवाब मलिक बोले- शिवसेना का स्वामित्व बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना में विवाद हुआ है तो निश्चित रूप से सीएम शिवसेना का होगा. मलिक ने कहा कि बीजेपी ने शिवसेना को अपमानित किया गया है. हमारी जिम्मेदारी शिवसेना का स्वाभिमान और सम्मान बनाए रखना है.
गठबंधन की सरकार बनाने के लिए फॉर्मूला तय
महाराष्ट्र में सरकार को लेकर गठबंधन के तीनों दलों के बीच फॉर्मूला तय हो गया है. सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री पद पर शिवसेना का दावा बरकरार है. शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के बीच हुई कॉमन मिनिमम प्रोग्राम (CMP) के ठीक एक दिन बाद यानी शुक्रवार को शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र में आगामी 25 सालों तक शासन करेगी. वहीं मंत्री पद के लिए तीनों पार्टी में 14-14-12 का फॉर्मूला सामने आ रहा है. जिसमें शिवसेना के 14, एनसीपी के 14 और कांग्रेस के 12 मंत्री होंगे.
संजय राउत बोले- 5 नहीं 25 साल करेंगे महाराष्ट्र में शासन
संजय राउत से जब मुख्यमंत्री के पद के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, सिर्फ पांच साल क्यों? हम 25 सालों तक महाराष्ट्र पर शासन करेंगे. सूत्रों के मुताबिक शिवसेना को मुख्यमंत्री का पद मिलेगा, लेकिन कार्यकाल ढाई-ढाई साल का होगा या पांच साल का होगा अभी इसका खुलासा नहीं हुआ है. हालांकि उप-मुख्यमंत्री एनसीपी-कांग्रेस का हो सकता है.