महाराष्ट्र के लातूर जिले में अगले 15 दिनों के भीतर पानी को ट्रेनों के जरिए लाया जाएगा. परभणी कस्बे में जलापूर्ति स्थलों के आसपास रोक लगा दी गई है ताकि किसी भी प्रकार की हिंसा को रोका जा सके. जबकि अधिकारी महाराष्ट्र में सूखे से बुरी तरह प्रभावित मराठवाड़ा क्षेत्र में इस समस्या से निपटने में लगे हुए हैं.
लातूर और बीड में स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि अधिकारी जिला जेल में बंदियों को स्थानांतरित करने के बारे में सोच रहे हैं. इस बीच विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर इस भीषण संकट से निपटने में विफल रहने का आरोप लगाया है.
राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से ने महाराष्ट्र विधानसभा में लातूर में पानी की भीषण किल्ल्त को लेकर हुई चर्चा के दौरान कहा, 'हमने लातूर में ट्रेन के जरिए पानी की आपूर्ति करने का प्रबंध किया है.' सूखा प्रभावित परभणी कस्बे में आपूर्ति स्थलों एवं पानी की टंकियों के समीप अपराध प्रक्रिया संहिता के तहत धारा 144 लगा दी गई है. साथ ही इन जगहों पर होम गार्ड तैनात किए गए हैं जिससे बड़ी संख्या में एकत्र हुए लोगों को नियंत्रित किया जा सके.
मुंबई के पास ठाणे में भी जल संकट उत्पन्न हो गया है. निगम आयुक्त संजीव जायसवाल ने सभी दसों वार्ड के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं जिससे स्थिति से निपटने के उपाय किए जा सकें.