बॉलीवुड अभिनेत्री और सांसद हेमामालिनी को नृत्य अकादमी खोलने के लिए ओशिवाड़ा इलाके में महाराष्ट्र सरकार की संशोधित नीति के तहत 70 करोड़ रुपये की जमीन महज पौने दो लाख रुपये में मिली. यह दावा एक आरटीआई कार्यकर्ता ने किया है. आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने कहा कि उपनगरीय कलेक्टर कार्यालय से प्राप्त दस्तावेजों में दिखाया गया है कि भाजपा की सांसद को नृत्य अकादमी बनाने के लिए दो हजार वर्गमीटर की जमीन 87.50 रुपये प्रति वर्गमीटर की दर से पौने दो लाख रुपये में आवंटित की गई.
RTI में बड़ा खुलासा
इससे पहले दायर एक आरटीआई याचिका में खुलासा हुआ था कि अभिनेत्री को 35 रुपये प्रति वर्गमीटर की दर से जमीन आवंटित की गई जिसकी कीमत उन्हें 70 हजार रुपये पड़ी थी. इस साल फरवरी में इस मुद्दे पर विवाद पैदा होने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने निजी ट्रस्ट और कलाकारों को जमीन आवंटन की नीति में संशोधन करने के आदेश दिए थे.
हेमामालिनी पर महाराष्ट्र सरकार मेहरबान
गलगली ने कहा कि भरतनाट्यम में प्रशिक्षित नृत्यांगना हेमामालिनी दस लाख रुपये अग्रिम दे चुकी हैं इसलिए सरकार को उनका बकाया आठ लाख 25 हजार रुपये लौटाना होगा. उन्होंने कहा कि यह सरकार के लिए बड़ी शर्मिंदगी की बात होगी. मुंबई के उपनगरीय कलेक्टर शेखर चान्ने ने भी माना कि उन्हें पैसा लौटाना होगा. बहरहाल पैसा तभी लौटाया जाएगा जब सरकार ऐसा करने का आदेश देगी. गलगली ने कहा कि 70 करोड़ रुपये के बाजार मूल्य की जमीन को हेमामालिनी जी को महज पौने दो लाख रुपये में आवंटित किया गया. राज्य सरकार को उन्हें आठ लाख 25 हजार रुपये लौटाने होंगे क्योंकि 1997 में ही उन्होंने दस लाख रुपये अग्रिम दे दिए थे.
आवंटन साल 1976 के रेट पर
गलगली ने कलेक्टर कार्यालय से हेमा मालिनी को संस्थान के लिए जमीन आवंटन की दर के बारे में सूचना मांगी थी. दस्तावेजों के मुताबिक उक्त जमीन को एक बगीचे के लिए रखा गया था और जमीन का आवंटन एक फरवरी 1976 के समय की दर से किया गया है जो प्रति वर्गमीटर 350 रुपये है. पिछले दिनों हेमामालिनी ने कहा था कि मुझे नाट्यविहार कलाकेंद्र चैरिटी ट्रस्ट की ओर से नृत्य संस्था बनाने के लिए दो हजार वर्गमीटर जमीन मिल रही है.