सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़ी चिंगारी अब चारों तरफ फैलती नजर आ रही है. इस चर्चा में फिलहाल मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती के अलावा बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत भी सुर्खियों में हैं. ओपन चैलेंज के बाद आज वो मुंबई पहुंच रही हैं.
कुल मिलाकर महाराष्ट्र सरकार और शिवसेना के खिलाफ कंगना ने मोर्चा खोल दिया है. दूसरी तरफ शिवसेना नेता भी खुलकर कंगना के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख को हिमाचल प्रदेश से धमकी भरे कॉल आने का दावा किया जा है. कॉलर ने कहा है कि कंगना के मामले से दूर रहें.
पीटीआई ने सूत्रो से हवाले से अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि गृहमंत्री अनिल देशमुख को हिमाचल प्रदेश यानी कंगना रनौत के गृह राज्य से लगातार धमकी भरे कॉल आ रहे हैं. मंगलवार को अलग-अलग लोगों ने ये कॉल किए. इसके बाद बुधवार सुबह करीब 6 बजे भी ऐसे ही धमकी भरे फोन आए.
इससे पहले ये जानकारी भी सामने आई थी कि अनिल देशमुख के नागपुर ऑफिस में एक धमकी भरा कॉल आया था. इस फोन कॉल में एनसीपी चीफ शरद पवार और अनिल देशमुख का नाम लेकर धमकी दी गई थी. वहीं, दूसरी तरफ शनिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी मकान यानी मातोश्री पर भी एक कॉल आया था जिसमें घर को उड़ाने की धमकी दी गई थी. कॉल करने वाले शख्स ने खुद को दाऊद इब्राहिम का गुर्गा बताया था.
गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही कंगना रनौत लगातार बॉलीवुड के बड़े नामों के खिलाफ आवाज उठा रही हैं. जब बहस नेपोटिज्म पर चली तो कंगना ने किसी बड़े स्टार एक्टर या डायरेक्टर को भी नहीं बख्शा. इसके बाद जब सवाल मुंबई पुलिस पर उठे तो कंगना ने शिवसेना और महाराष्ट्र की उद्धव सरकार को भी आड़े हाथों ले लिया.
बात यहां तक पहुंच गई कि कंगना और शिवसेना नेताओं में खुलकर वार-पलटवार होने लगे. कंगना ने मुंबई में पीओके जैसे हालात की बात कही तो शिवसेना सांसद संजय राउत ने कह दिया कि यहां आने की जरूरत ही क्या है. इसके बाद तो पूरी बहस ही बदल गई. कंगना रनौत को केंद्र सरकार ने Y कैटेगरी की सुरक्षा भी दे दी. जब कंगना को ये सुरक्षा मिली तो महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देखमुश ने आश्चर्य जाहिर किया. अनिल देशमुख ने ये भी कहा कि कंगना ने महाराष्ट्र का अपमान किया है.