महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो जज लोया मौत केस की दोबारा जांच होगी. उन्होंने कहा कि भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में मैंने पुलिस से दोबारा रिपोर्ट मांगी है. इसके साथ ही फ्री कश्मीर पोस्टर की भी जांच कर रहे हैं. लड़की के मन में क्या था, इसकी जांच कराई जा रही है.
गैंगस्टर एजाज लकड़वाला की गिरफ्तारी पर गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि एजाज लकड़वाला ने मनीष आडवाणी नाम से फर्जी पासपोर्ट बनाया था, उसके डी कंपनी या किसी और के साथ क्या संबंध हैं, इसकी जांच कर रहे हैं.
Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh on Judge Loya case: I will meet the concerned persons today and listen to them regarding this case and then decide if a further and fair enquiry is needed. pic.twitter.com/EGUUCU5fls
— ANI (@ANI) January 9, 2020
बता दें, मुंबई के मोस्ट वांटेड गैंगेस्टर एजाज लकड़वाला को गुरुवार को पटना से गिरफ्तार कर लिया गया. उसे मुंबई लाया गया है. उसके ऊपर 25 मुकदमे दर्ज हैं. वह अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का करीबी है. इससे पहले मुंबई क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटॉर्शन सेल (AEC) ने एजाज लकड़वाला की बेटी सोनिया लकड़वाला को जबरन वसूली के दूसरे मामले में गिरफ्तार किया था. वह अपने पिता के कहने पर बांद्रा के एक बिल्डर से रंगदारी वसूलने के लिए धमकी दे रही थी.
क्या है जज लोया मौत मामला
जज लोया बहुचर्चित सोहराबुद्दीन शेख मामले की सुनवाई कर रहे थे. 2005 में सोहराबुद्दीन शेख और उसकी पत्नी कौसर को गुजरात पुलिस ने अगवा किया और हैदराबाद में हुई कथित मुठभेड़ में उन्हें मार दिया गया था. सोहराबुद्दीन मुठभेड़ के गवाह तुलसीराम की भी मौत हो गई थी.
मामले से जुड़े ट्रायल को सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में ट्रांसफर किया था. इस मामले की सुनवाई पहले जज उत्पत कर रहे थे, बाद में उनका तबादला हो गया था. इसके बाद जस्टिस लोया के पास इस मामले की सुनवाई आई थी. दिसंबर, 2014 में जस्टिस लोया की नागपुर में मौत हो गई थी. जिसे संदिग्ध माना गया था. जस्टिस लोया की मौत के बाद जिन जज ने इस मामले की सुनवाई की, उन्होंने अमित शाह को मामले में बरी कर दिया था.