महाराष्ट्र कैडर की IAS पूजा खेडकर के बाद अब उनकी मां मनोरमा खेडकर भी विवादों में घिर गई हैं. पिस्तौल लहराने का वीडियो वायरल होने के बाद उनके खिलाफ पहले ही आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया जा चुका है. अब पुणे नगर निगम ने भी उनके बंगले से सटे 'अवैध निर्माण' को लेकर नोटिस जारी किया है.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, शनिवार शाम को नगर निगम के अधिकारियों ने शहर के बानेर रोड स्थित 'ओम दीप' बंगले पर मनोरमा खेडकर को नोटिस सौंपने की कोशिश की, लेकिन दरवाजे की घंटी बजाने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद अधिकारियों ने बंगले के मुख्य दरवाजे पर नोटिस चिपका दिया.
नोटिस में कहा गया है, "हमें आपके बंगले के बाहर 'अवैध निर्माण' के बारे में शिकायत मिली है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है. कृपया अगले सात दिनों में बंगले की चारदीवारी से सटे 'अवैध निर्माण' को हटा दें."
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इससे पहले जमीन विवाद को लेकर मनोरमा द्वारा कथित तौर पर कुछ लोगों को बंदूक से धमकाने का वीडियो वायरल हुआ था.जिसके बाद पुलिस ने IAS पूजा खेडकर के पैरेंट्स मनोरमा और दिलीप खेडकर समेत सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. अधिकारी ने बताया कि पुणे ग्रामीण पुलिस ने मनोरमा और दिलीप खेडकर के अलावा पांच अन्य लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया है. जिसमें धारा 323 (बेईमानी या धोखाधड़ी से संपत्ति हटाना) शामिल है.
किसानों की जमीन पर किया था कब्जा!
वायरल वीडियो में मनोरमा खेडकर अपने सुरक्षा गार्डों के साथ पुणे की मुलशी तहसील के धडवाली गांव में हाथ में पिस्तौल लेकर कुछ लोगों के साथ तीखी बहस करती दिख रही हैं. एक अधिकारी ने कहा कि यह घटना महाराष्ट्र सरकार के रिटायर्ड अधिकारी दिलीप खेडकर द्वारा खरीदी गई एक जमीन के बारे में है. स्थानीय लोगों ने दावा किया था कि खेडकरों ने पड़ोसी किसानों की ज़मीन पर कब्ज़ा कर लिया है.
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ऑडी गाड़ी मालिक को भी मिला नोटिस
इससे पहले पुणे सिटी की ट्रैफिक पुलिस ने गुरुवार को निजी कार पर 'महाराष्ट्र सरकार' वाली बीकन लाइट के अनधिकृत उपयोग पर नोटिस जारी किया, जिसका उपयोग IAS पूजा खेडकर द्वारा किया गया था. एक सीनियर अधिकारी ने कहा, "यह शानदार कार एक निजी कंपनी की है. थर्मो वेरिटा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ आगे की पूछताछ के लिए कार को नजदीकी पुलिस स्टेशन में पेश करने का आदेश जारी किया गया था. डिफ़ॉल्ट के मामले में पुणे पुलिस द्वारा कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी."
पूजा खेडकर के डॉक्यूमेंट्स की जांच के लिए बनी कमेटी
पुणे क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) ने एक निजी कंपनी को नोटिस जारी किया था, जो खेडकर द्वारा इस्तेमाल की गई ऑडी कार की पंजीकृत मालिक है. इसके अलावा गुरुवार को केंद्र सरकार ने पूजा खेडकर द्वारा सिविल सेवा परीक्षा में उम्मीदवारी सुरक्षित करने और फिर सेवा में चयन के लिए प्रस्तुत दस्तावेजों की फिर से जांच के लिए एक सदस्यीय समिति का गठन किया था.
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पुणे से वाशिम जिले में हो चुका है ट्रांसफर
2023 बैच की IAS वर्तमान में अपने गृह कैडर महाराष्ट्र में तैनात हैं. उनका पुणे से वाशिम जिले में ट्रांसफर कर दिया गया है. महाराष्ट्र सरकार ने सत्ता के दुरुपयोग की शिकायतों के कारण खेडकर का ट्रांसफर किया है. पुणे कलेक्टर डॉ. सुहास दिवासे ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर पूजा खेडकर की शिकायत की थी. अब उन्हें वाशिम जिले की एडिशनल असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में नियुक्ति मिली है.
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कैसे चर्चा में आई थीं पूजा खेडकर?
पुणे में अपने प्रोबेशन के दौरान पूजा खेडकर ने कई विशेषाधिकारों की मांग की थी, जो प्रोबेशनरी अधिकारियों को नहीं मिलते. इस दौरान पूजा खेडकर ने लाल-नीली बत्ती और VIP नंबर प्लेट वाली अपनी निजी ऑडी कार का इस्तेमाल किया, अपनी गाड़ी पर 'महाराष्ट्र सरकार' का बोर्ड लगाया और एक आधिकारिक कार, आवास, एक ऑफिस रूम और अतिरिक्त कर्मचारियों की मांग की. यहां तक कि उन्होंने एडिशनल कलेक्टर की अनुपस्थिति में उनके चेंबर पर कब्जा कर लिया.