लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए NDA के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन में सीट वितरण को लेकर रस्साकशी शुरू हो गई है. शिवसेना (शिंदे गुट) के वरिष्ठ नेता रामदास कदम ने लोकसभा चुनाव को लेकर सहयोगी बीजेपी और अजित पवार पर निशाना साधा. शिवसेना के 58वें स्थापना दिवस समारोह में रामदास कदम ने कहा कि अगर शिवसेना (शिंदे गुट) के लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा भाजपा की तरह चुनावों से 2 महीने पहले की जाती, तो हम सभी 15 सीटों पर जीत सकते थे. जब हमने अपने कैंडिडेट्स की घोषणा की तो भाजपा कूद पड़ी और उन सीटों पर अपना दावा ठोक दिया.
उन्होंने कहा कि मैंने एकनाथ शिंदे से हस्तक्षेप को रोकने का अनुरोध किया, अगर ऐसा नहीं होता तो नासिक से हमारे हेमंत गोडसे, यवतमाल से भावना गवली और हिंगोली सीट से हेमंत पाटिल जीतकर संसद पहुंच सकते थे. रामदास कदम ने तंज कसते हुए कहा कि अगर अजीत पवार की एंट्री में देरी हो जाती, तो ठीक रहता.
विधानसभा में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही
रामदास कदम ने विधानसभा चुनाव में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही. उन्होंने ये भी दावा किया कि अगर हम 100 सीटों पर चुनाव लड़ते हैं तो निश्चित रूप से 90 सीटें जीतेंगे. रामदास कदम ने सीएम शिंदे से शिंदे गुट के लिए 100 सीटों की मांग करने का अनुरोध किया.
अजित खेमे ने किया पलटवार
दूसरी ओर अजीत पवार खेमे के प्रवक्ता अमोल मिटकरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट किया कि अजीत पवार के समय पर आने से शिंदे खेमे की जान बच गई, वरना वे बिना लंगोट के ही चले जाते.
सीटों पर अंतिम निर्णय वरिष्ठ नेतृत्व लेगाः बीजेपी
इस बीच बीजेपी नेता और कैबिनेट मंत्री गिरीश महाजन ने स्पष्ट किया कि कोई भी व्यक्ति जितनी सीटें चाहे मांग सकता है. हालांकि वरिष्ठ नेतृत्व एक साथ बैठकर अंतिम निर्णय लेगा.
उद्धव गुट ने किया कटाक्ष
वहीं, उद्धव गुट सीट आवंटन को लेकर एकनाथ शिंदे गुट की मांगों पर कटाक्ष कर रहा है. उद्धव गुट के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि भिखारी चुनने वाले नहीं हो सकते. उन्होंने चेतावनी दी कि जैसे ही शिंदे गुट ने ताकत दिखाई तो राज्य सरकार गिर जाएगी और उन्हें केंद्रीय एजेंसियों की मार झेलनी पड़ेगी.
लोकसभा में किसका, कैसा परफॉर्मेंस रहा?
बता दें कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद महायुति के घटक दलों के बीच दरार साफ दिख रही है. बीजेपी ने 28 सीटों पर चुनाव लड़ा था और वह सिर्फ 9 सीटें पर ही चुनाव जीत सकी थी, इसके अलावा एनसीपी (अजित गुट) के खाते में सिर्फ 1 सीट आई है, जबकि पार्टी ने 5 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. वहीं शिंदे गुट ने 15 सीटों पर चुनाव लड़ा और 7 सीटें जीती थीं. जिसका स्ट्राइक रेट सबसे ज्यादा करीब 50 फीसदी रहा.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर होगा चुनाव
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों में से एनसीपी नेता छगन भुजबल ने पहले ही 90 सीटों पर दावा ठोक दिया है. इसके बाद शिंदे गुट के नेता रामदास कदम ने 100 सीटों की मांग की. ऐसे में बीजेपी के पास सिर्फ 98 सीटें बचती हैं.