महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक विकास मंत्री अब्दुल सत्तार के एक बयान के बाद सियासत गरमा गई है. दरअसल, छत्रपति संभाजीनगर जिले में अब्दुल सत्तार के जन्मदिन पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर डांस शो के दौरान कुछ लोग हंगामा करने लगे. ये घटना बुधवार रात सिल्लोड शहर में नर्तकी गौतमी पाटिल के प्रदर्शन के दौरान हुई. इसे देखकर अल्पसंख्यक विकास मंत्री ने हंगामा कर रहे लोगों को बलपूर्वक तितर-बितर करने और उनकी 'हड्डियां तोड़ने' के लिए कहा. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता अब्दुल सत्तार छत्रपति संभाजीनगर में सिल्लोड विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. विपक्ष ने इस घटना में भाषा के चयन के लिए अब्दुल सत्तार की जमकर आलोचना की. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में सत्तार को पुलिस को निर्देश देते हुए सुना जा सकता है.
अपने लावणी नृत्य के लिए मशहूर गौतमी पाटिल ने अब्दुल सत्तार के जन्मदिन के उपलक्ष्य में सिल्लोड में शो में प्रदर्शन किया था, जिसने बड़ी संख्या में भीड़ एकत्र हुई. जैसे ही दर्शकों के बीच अफरा-तफरी मची तो मंत्री अब्दुल सत्तार ने हस्तक्षेप किया और सबसे पहले उनसे बैठने का आग्रह किया. लेकिन जब स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो उन्होंने पुलिस को लाठीचार्ज करने का निर्देश दिया.
वीडियो में वह कहते सुनाई दे रहे हैं कि जो लोग नाटक कर रहे हैं, उन्हें मारो... कार्यक्रम स्थल के पीछे मौजूद लोगों पर लाठीचार्ज करोय. उन्हें इतना मारो कि उनकी हड्डी टूट जाए. सत्तार ने भीड़ में से एक दर्शक को संबोधित करते हुए पूछा कि क्या आपके पिता ने ऐसा कोई कार्यक्रम देखा है? क्या तुम राक्षस हो? आप एक इंसान के बेटे हैं, इसलिए एक इंसान की तरह व्यवहार करें और कार्यक्रम देखें.
महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, जो उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) से हैं, उन्होंने अब्दुल सत्तार की भाषा को लेकर उन पर हमला किया. उन्होंने कहा कि सत्तार ने जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया, वह उनकी संस्कृति को दर्शाता है. इसे राज्य में शासन कर रहे शिंदे गुट और भाजपा ने भी स्वीकार कर लिया है.