बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के दफ्तर पर BMC की कार्रवाई से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे निशाने पर हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) तो शिवसेना पर निशाना साध ही रही है, साथ में एनसीपी और कांग्रेस भी बीएमसी की कार्रवाई पर सवाल उठा चुकी है. इस पूरे मामले को लेकर अब एनसीपी के वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार में मंत्री छगन भुजबल ने बयान दिया है. उन्होंने बीएमसी की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. एनसीपी नेता ने कहा कि कार्रवाई से पहले बीएमसी को कंगना रनौत को और समय देना चाहिए था.
छगन भुजबल ने कहा कि सरकार को शांत रहने की जरूरत थी. कंगना ने एक्टर ऋतिक रोशन पर कई आरोप लगाए थे, लेकिन ऋतिक रोशन चुप रहे और मामला भी शांत हो गया. इसी तरह से हमें भी चुप रहना चाहिए था और विवाद के खत्म होने का इंतजार करना चाहिए था.
छगन भुजबल आगे कहते हैं कि कई हस्तियों की जिंदगी मुंबई में बनी, लेकिन किसी ने भी मुंबई को छोड़ा नहीं. उन्होंने कहा कि शिवसेना पिछले 2 दिनों से चुप है, लेकिन कंगना लगातार उकसा रही हैं और दिखाना चाहती हैं कि मुंबई सुरक्षित नहीं है. जो भी मुंबई से प्यार करता है वो इसकी PoK से तुलना पसंद नहीं करेगा.
बता दें कि बीएमसी ने बुधवार को मुंबई के पाली हिल स्थित कंगना रनौत के दफ्तर के हिस्से को गिरा दिया था. इस कार्रवाई के बाद बीएमसी और शिवसेना निशाने पर आ गई. कंगना रनौत ने सीएम उद्वव ठाकरे पर जोरदार हमला बोला था. उन्होंने कहा कि उद्वव ठाकरे आज मेरा घर टूटा, कल तेरा घमंड टूटेगा. हालांकि, कंगना की ये भाषा शिवसैनिकों को पसंद नहीं आई और कंगना के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई.
उधर, एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि बीएमसी की कार्रवाई ने अनावश्यक रूप से (कंगना को) बोलने का अवसर दे दिया है. मुंबई में कई अन्य अवैध निर्माण हैं. यह देखने की जरूरत है कि अधिकारियों ने यह निर्णय क्यों लिया. इसके बाद, शरद पवार ने गुरुवार को कंगना रनौत पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आप उस शख्स से जिम्मेदारी के साथ बात करने की उम्मीद नहीं कर सकते हैं. इससे पहले कंगना रनौत ने कहा था कि वो जिस बिल्डिंग में रहती हैं उसका ताल्लुक शरद पवार से है. कंगना के इसी बयान के जवाब में शरद पवार ने ये बातें कही.