महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना की जंग चल रही है. केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को भले ही जमानत मिल गई है, लेकिन दोनों पक्षों के बीच वार-पलटवार का सिलसिला जारी है. बुधवार को नारायण राणे के बेटे नितेश राणे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर गंभीर आरोप लगाया.
विधायक नितेश राणे ने एक तस्वीर ट्वीट करते हुए कहा कि तो यह भी राज्य द्वारा स्पॉन्सर्ड एक हिंसा थी, जैसा कि बंगाल में हुआ था. एक राज्य का प्रमुख होने के नाते मुख्यमंत्री को सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए, लेकिन वो गुंडों का सम्मान कर रहे हैं.
नितेश राणे ने कहा कि ऐसी परिस्थितियों से बचने के लिए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगना ही एक मात्र उपाय है.
So it was indeed a state sponsored violence just like West Bengal !
— nitesh rane (@NiteshNRane) August 25, 2021
As a head of the state the CM shud be ensuring safety but he is actually felicitating hooligans!
State of affairs in Maharshtra!!
Presidents rule is the only way out to ensure safety from these thugs! pic.twitter.com/UH5RieArLo
दरअसल, नितेश राणे ने जो तस्वीर साझा कि उसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मंत्री आदित्य ठाकरे शिवसेना की युवा सेना के कार्यकर्ताओं के साथ दिख रहे हैं. बुधवार सुबह ही उद्धव ठाकरे ने शिवसेना की युवा सेना के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी.
नितेश राणे ने बीते दिन आरोप लगाया था कि युवा सेना के कार्यकर्ताओं ने ही भारतीय जनता पार्टी के दफ्तर, नारायण राणे के घर-मॉल पर हमला किया था और तोड़फोड़ की थी. उन्होंने इसको लेकर बीते दिन भी ट्वीट किया था और पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी.
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री नारायण राणे द्वारा उद्धव ठाकरे को लेकर दिए गए बयान के बाद मंगलवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. हालांकि, देर रात को नारायण राणे को ज़मानत मिल गई थी. नारायण राणे के खिलाफ महाराष्ट्र में करीब 4 एफआईआर दर्ज की गई हैं.