महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना गठबंधन में खींचतान जारी है. बीजेपी ने जहां साफ कर दिया है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ही होंगे वहीं शिवसेना के बागी सुर नजर आ रहे हैं. लगातार शिवसेना नेताओं की ओर से ऐसे बयान सामने आ रहे हैं जो साफ कर रहे हैं कि दोनों पार्टियों के बीच सब कुछ ठीक नहीं है.
निर्दलीय विधायकों का बीजेपी को मिला समर्थन
इसी बीच देवेंद्र फडणवीस को एक और निर्दलीय विधायक का साथ मिल गया है. चंदरपुर विधानसभा सीट से विधायक किशोर जोरगेवार ने देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की है और बिना शर्त समर्थन देने का वादा किया है. साथ ही उन्हें समर्थन पत्र भी सौंपा है.
इससे पहले जनसुराज्य पार्टी के विधायक विनय कोरे, युवा स्वाभिमानी पार्टी के विधायक रवि राना, निर्दलीय विधायक गीता जैन, राजेन्द्र राउत, महेश बाल्डी और विनोद अग्रवाल ने महाराष्ट्र में बीजेपी को समर्थन देने की घोषणा की है.
50-50 फॉर्मूले पर अड़ी है शिवसेना
बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए बीजेपी और शिवसेना के बीच खींचतान चल रही है . शिवसेना 50-50 के फार्मूले पर अड़ी है, यानी कि वो ढाई साल तक सत्ता में साझेदारी चाहती है और अपना सीएम चाहती है, लेकिन बीजेपी ने इस फॉर्मूले से साफ इंकार कर दिया है. मंगलवार को देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि वे एक बार फिर से राज्य के सीएम बनेंगे.
इस बीच बीजेपी सांसद संजय काकड़े ने कहा है कि शिवसेना के 45 नवनिर्वाचित विधायक देवेंद्र फडणवीस से संपर्क में हैं और वे बीजेपी को समर्थन दे सकते हैं. इस बीच मुंबई में मातोश्री में शिवसेना के नेताओं की बैठक चल रही है.