महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने वंचित बहुचन अघाड़ी (VBA) के साथ गठबंधन किया है. इसको लेकर विधानसभा में नेता विपक्ष और एनसीपी के सीनियर नेता अजीत पवार ने कहा कि एनसीपी को VBA के खिलाफ कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने कहा कि यह शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) को तय करना है कि वह किसके साथ गठबंधन करना चाहती है.
बता दें कि जब उद्धव ठाकरे ने प्रकाश आंबेडकर की पार्टी के साथ गठबंधन किया तो ऐसी खबरें सामने आईं कि कांग्रेस और एनसीपी इससे नाराज है. इसको लेकर मीडिया से बात करते हुए एनसीपी के वरिष्ठ नेता ने कहा, “हमने कभी भी वंचित बहुजन अगाड़ी के खिलाफ अपनी आपत्ति व्यक्त नहीं की, जिसने शिवसेना (यूबीटी) के साथ गठबंधन किया है. इस मामले पर गैर जरूरी धारणा नहीं बनानी चाहिए."
'किसके साथ रहना है, शिवसेना का अधिकार'
पवार ने कहा कि यह तय करना शिवसेना का विशेषाधिकार है कि वह किसके साथ गठबंधन करना चाहती है और अपने कोटे से सीटों को साझा करना चाहती है. पिछले चुनावों में जो हुआ उसे लेकर एक-दूसरे की आलोचना करने का कोई मतलब नहीं है. आपको अगले चुनाव के लिए नई रणनीति बनानी होगी और उसके अनुसार राजनीतिक रुख अपनाना होगा.
'शिवसेना (UBT) के साथ गठबंधन करना चाहती है NCP'
उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) के पास मुंबई में पार्टी कार्यकर्ताओं का एक मजबूत नेटवर्क है और हमने पहले ही उन्हें सूचित कर दिया था कि एनसीपी, निकाय चुनावों में उसके साथ चुनाव लड़ना चाहती है.
राज्यपाल को लेकर भी बोले अजीत पवार
महाराष्ट्र के राज्यपाल बी एस कोश्यारी द्वारा पद छोड़ने की इच्छा के बारे में राष्ट्रपति के बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने पर टिप्पणी करते हुए, पवार ने कहा क्योंकि उन्हें पीएम द्वारा नियुक्त किया गया था, राज्यपाल ने उनके साथ संवाद किया होगा.