महाराष्ट्र में उप मुख्यमंत्री के रूप में अजित पवार को दोबारा सरकार में शामिल किए जाने के विरोध में विपक्षी दलों ने सोमवार को विधानसभा तक काले झंडे के साथ जुलूस निकाला.
शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने अजित को दोबारा मंत्रिमंडल में शामिल करने में पर आपत्ति जताई.
अजित ने सिंचाई विभाग से संबंधित 20 हजार करोड़ रुपये के कथित घोटाले में अपना नाम आने के बाद 25 सितंबर को उप मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्हें पिछले सप्ताह फिर मंत्रिमंडल में शामिल किया गया.
विपक्ष ने अजित के दोबारा शपथ-ग्रहण को 'असंवैधानिक' बताया और कथित घोटाले की जांच विशेष जांच टीम से कराने की मांग की.
विपक्ष ने सिंचाई विभाग पर 'श्वेत पत्र' और अजित को 'क्लीन चिट' दिए जाने पर भी आपत्ति जताई.