Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में मंगलवार से शुरू हुआ हाईवोल्टेज ड्रामा बुधवार को भी जारी रहा. शिवसेना के बागी विधायक सूरत से गुवाहाटी पहुंचे. वहीं उद्धव ठाकरे ने कैबिनेट बैठक के बाद सीएम हाउस छोड़ दिया. वे अपना सामान लेकर अपने घर मातोश्री पहुंच गए.
इससे पहले एकनाथ शिंदे के खिलाफ व्हिप जारी कर दिया गया. शिंदे अपने साथ कुल 46 विधायक होने का दावा कर रहे हैं. वहीं, संजय राउत ने कहा है कि उद्धव ठाकरे किसी भी हालत में इस्तीफा नहीं देंगे. जरूरत पड़ने पर वे बहुमत साबित करेंगे.
महाराष्ट्र की जनता को फेसबुक लाइव पर संबोधित करने के दौरान सीएम उद्धव ठाकरे ने पद से इस्तीफा देने तक की बात कह दी. अब देर रात वह सीएम आवास छोड़कर मातोश्री पहुंच गए. वह अपने साथ सामान भी ले गए हैं. वहीं मातोश्री के बाहर शिवसैनिकों ने उन्हें समर्थन देने के लिए नारे भी लगाए.
#WATCH | Luggage being moved out from Versha Bungalow of Maharashtra CM Uddhav Thackeray in Mumbai pic.twitter.com/CrEFz729s9
— ANI (@ANI) June 22, 2022
सूरत से आए शिवसेना विधायक नितिन देशमुख ने आजतक को बताया कि उन्हें जबरन गुजरात ले जाया गया. उन्होंने बताया कि एकनाथ शिंदे उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाकर अपने साथ अपने ठाणे फिर पालघर होते हुए गुजरात ले आए. हालांकि मुझे रास्ते में ही पता गया था कि कुछ गड़बड़ है लेकिन मैं उस समय गाड़ी से नहीं कूद सकता था. उन्होंने दावा किया कि जब वह सूरत आना जा रहे थे तो करीब 25 लोगों ने उन्हें पकड़कर इंजेक्शन लगा दिया था.
शिवसेना के 2 और MLA गुवाहाटी पहुंच गए हैं. इनमें से एक कल उद्धव की बैठक में भी मौजूद थे. गुवाहाटी पहुंचने वाले विधायकों के नाम गुलाबराव पाटील और योगेश कदम हैं.
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महाराष्ट्र भाजपा के नेता हाजी अराफात दरगाह पर चढ़ाई जाने वाली चादर लेकर देवेंद्र फडणवीस के घर पहुंचे. उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि फडणवीस सत्ता में वापस आएं. चूंकि वह बीमार थे, जब वह कोविड संक्रमित थे तो मैंने हाजी अली दरगाह पर एक मन्नत मांगी थी, इसलिए फडणवीस के लिए वहां से चादर मंगवाई है. उन्होंने इसे छुआ है, मैं इसे अभी दरगाह ले जाऊंगा.
शिवसेना से राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे. अगर जरूरत पड़ती है तो वे बहुमत साबित करेंगे. इस बीच एकनाथ शिंदे ने भरत गोगावाले को शिवसेना का नया मुख्य सचेतक नियुक्त कर दिया है.
महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे ने कहा है कि पार्टी और शिवसैनिकों के अस्तित्व के लिए एमवीए मोर्चे से बाहर निकलना जरूरी है. उन्होंने आगे कहा कि पिछले ढाई सालों में एमवीए सरकार ने केवल घटक दलों को फायदा पहुंचाया, और शिवसैनिकों को भारी नुकसान हुआ है.
मुंबई देवेंद्र फडणवीस के साथ बैठक के बाद बीजेपी सांसद रावसाहेब पाटिल दानवे ने दावा किया कि शिवसेना के किसी विधायक ने अभी तक हमने संपर्क नहीं किया है और नहीं ही हमने एकनाथ शिंदे से कोई बात की है. यह शिवसेना का अंदरूनी मामला है. बीजेपी का इससे कोई लेना-देना नहीं है. हम सरकार बनाने का दावा नहीं पेश करेंगे.
एनसीपी चीफ शरद के साथ सीएम उद्धव ठाकरे की करीब 1 घंटे तक बैठक हुई. इस दौरान राजनीतिक संकट को लेकर आगे की रणनीति को लेकर बात हुई. बैठक के बाद जब उद्धव उन्हें बाहर छोड़ने आए तो शिवसैनिकों ने सीएम के समर्थन में नारे लगाए. वहीं सुप्रिया सुले ने अंगूठा दिखाकर उनका हौसला बढ़ाया. अब शरद पवार कल अपने विधायकों के साथ बैठक करेंगे.
#WATCH | Maharashtra CM Uddhav Thackeray comes out to greet his supporters after his meeting with NCP chief Sharad Pawar and Supriya Sule at his residence in Mumbai pic.twitter.com/dXTCO53YNa
— ANI (@ANI) June 22, 2022
एकनाथ शिंदे गुट के विधायक नितिन देशमुख ने अकोला पहुंचने के बाद आजतक को बताया,' मुझे शिंदे के घर पर खाना खाने के बहाने गाड़ी में बैठा लिया गया, लेकिन गाड़ी उनके घर न जाकर तेजी से गुजरात की ओर जाने लगी. गाड़ी की रफ्तार बहुत तेज थी तभी मुझे शक हुआ कि कुछ गड़बड़ है. सूरत पहुंचने के बाद मेरे साथ अपराधी जैसा बर्ताव किया. जब मैंने वहां से आने की कोशिश की तो पुलिस ने डराया-धमकाया फिर वहां से मुझे सरकारी अस्पताल ले गए, जहां मुझे कोई इंजेक्शन लगा दिया गया.'
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के घर पर बीजेपी विधायकों की बैठक खत्म हो गई है. मालूम हो कि देवेंद्र फडणवीस मंगलवार को पार्टी हाई कमान से मिलने दिल्ली गए थे.
उद्धव ठाकरे और शरद पवार के बीच पिछले आंधे घंटे से बैठक जारी है. इसमें आगे की रणनीति को लेकर चर्चा हो रही है. सुप्रिया सुले भी बैठक में मौजूद हैं.
महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट पर कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि यह शिवसेना का आंतरिक मामला है. पार्टी नेतृत्व इसे आसानी से सुलझा सकता है, लेकिन समस्या यह है कि बीजेपी ने विधायकों को अपने कब्जे में लेने के लिए धन और एजेंसियों का इस्तेमाल किया.
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CM उद्धव ठाकरे के फेसबुक लाइव के बाद अब एनसीपी प्रमुख शरद पवार उनसे मिलने वर्षा पहुंच चुके हैं. दोनों के बीच राजनीति संकट को लेकर बातचीत हो रही है. बताया जा रहा था कि मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ भी उनसे मिलेंगे लेकिन अब सूचना आ रही है कि वह उद्धव से नहीं मिलेंगे. मालूम हो कि एनसीपी भी कल अपने सभी एमएलए और एमएलसी के साथ बैठक करेगी.
फेसबुक लाइव पर सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना ने हिंदुत्व नहीं छोड़ा है. हिंदुत्व हमारी सांस में है. अभी यह बताने का समय नहीं है कि किसने हिंदुत्व के लिए क्या किया? मैं बालासाहेब हिंदुत्व को आगे ले जाने की कोशिश कर रहा हूं.
फेसबुक लाइव के जरिए उद्धव ठाकरे ने कहा कि जो नाराज विधायक हैं, वे मेरे पाए आएं और बात करें. मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार हूं. यह मेरा नाटक नहीं है. मैं आपके साथ आने तैयार हूं. संख्या किसके पास कितनी है, मुझे इससे मतलब नहीं है. जिसके पास संख्या होती है, वही जीतता है. मैंने जिन्हें अपना मानता हूं, वे गुवाहाटी गए हैं, वे आकर मुझसे बात करें.
फेसबुक लाइव में सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर कोई शिवसैनिक सीएम बनता है तो मुझे खुशी होगी लेकिन अगर किसी को कोई समस्या है तो वह मुझे सीधे बात करे लेकिन मेरे साथ कोई गद्दारी न करे. उन्होंने कहा कि मैं इस्तीफा देने तैयार हूं लेकिन मेरी कोई मजबूरी नहीं है, मैं किसी पर निर्भर नहीं हूं.
फेसबुक लाइव में उद्धव ठाकरे ने कहा कि बागी विधायक अगर मेरे सामने आकर कहें तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं. इससे पहले उन्होंने कहा कि आज सुबह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने मुझे फोन किया. एनसीपी चीफ शरद पवार ने भी फोन किया. उन्होंने कहा कि हम आपके साथ हैं. हम काफी समय तक कांग्रेस और एनसीपी के खिलाफ थे लेकिन शरद पवार ने एक बैठक में बोला कि मुझे तुमसे बात करनी है. उन्होंने कहा कि तुम्हारे कन्धों पर जिम्मेदारी देनी है. उन्होंने मुझे मुख्यमंत्री बनने की बात कही.
CM उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र की जनता को फेसबुक पर लाइव संबोधित कर रहे है. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश में कोरोना का जब प्रकोप बढ़ा तो किसी को नहीं पता था कि इस वायरस से कैसे लड़ा जाए फिर भी हम कोविड से लड़े. हम कोविड से निपटने वाले टॉप 5 मुख्यमंत्री में थे. अभी कई सवाल चल रहे हैं कि शिवसेना कौन चला रहा है. शिवसेना कभी हिंदुत्व से नहीं अलग नहीं हुई.
महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट पर बीजेपी नेता उमा भारती ने कहा कि महाराष्ट्र में जो सरकार बनी थी, वह अन नैचुरल थी क्योंकि कांग्रेस और शिवसेना का मिलन तो हो नहीं सकता था. इनका एक ही मकसद था कि बीजेपी को सत्ता से दूर रखना है. यह बाला साहब वाली शिवसेना बिल्कुल नहीं थी. यह तो कांग्रेस की B टीम वाली शिवसेना है. यह सरकार जरूर गिरनी चाहिए क्योंकि यह हिन्दू विरोधी और महिला विरोधी सरकार है. इस शिवसेना को नाम बदलर 'कांग्रेस सेना' रख लेना चाहिए.
सीएम उद्धव ठाकरे के लाइव संबोधन के बाद एनसीपी चीफ शरद पवार और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ उनसे मिल सकते हैं. कमलनाथ महाराष्ट्र में डैमेज कंट्रोल के लिए भेजे गए हैं. मालूम हो कि एनसीपी भी कल अपने सभी एमएलए और एमएलसी के साथ बैठक करेगी.
महाराष्ट्र सरकार के सामने बहुमत साबित करने का संकट मंडरा रहा है. वहीं सूचना आ रही है कि सीएम उद्धव ठाकरे थोड़ी देर में सोशल मीडिया के जरिए लोगों को संबोधित कर सकते हैं. मालूम हो कि बुधवार सुबह सूचना आई थी कि सीएम कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं हालांकि दोपहर में उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ गई.
महाराष्ट्र में चल रहे राजनीति संकट के बीच एक चिट्ठी सामने आई है, जिसमें शिवसेना के 34 बागी विधायकों ने एकनाथ शिंदे को समर्थन दिया है. उन्होंने यह चिट्ठी राज्यपाल को भेज शिंदे को अपना नेता बताया है. उन्होंने यह चिट्ठी डिप्टी स्पीकर और विधानसभा सचिव को भी भेजी है.
गुवाहाटी में रेडिसन ब्लू होटल के कमरे छह दिन के लिए बुक कर दिए गए हैं. वहीं शिवसेना के सभी बागी विधायक बुधवार तड़के गुवाहाटी पहुंच गए हैं. बताया जा रहा है कि उन्हें शहर के किसी लग्जरी होटल में ठहराया गया है.
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के सामने खड़े हुए सरकार बचाने के संकट के बीच एनसीपी ने कल अपने सभी एमएलए और एमएलसी की बैठक बुलाई है. एनसीपी एमएलसी अमोल मितकारी ने बताया कि शरद पवार ने कहा कि राकांपा महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के साथ खड़ी है. पार्टी के सभी विधायकों की कल एक बार फिर बैठक होगी, जिसमें शरद पवार कुछ निर्देश देंगे.
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केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और उनके बेटे नितेश राणे बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस से मिलने उनके घर पहुंच गए हैं. वहीं उठापटक के बीच शिवसेना के एक और विधायक ने बीजेपी के साथ जाने का इशारा दिया है. यह विधायक शिंदे के साथ गुवाहाटी में नहीं बल्कि मुंबई में ही हैं.
अपनी ही कसौटी पर कमजोर पड़ती शिवसेना...यह सत्ता नहीं, वर्चस्व का समर https://www.aajtak.in/india/maharashtra/story/maharashtra-political-crisis-shiv-sena-weakening-by-time-bal-thackeray-uddhav-thackeray-raj-thackeray-war-of-supremacy-ntc-1486290-2022-06-22
एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर कहा कि शिवसेना द्वारा जारी किया गया व्हिप अवैध है. मूल सचेतक सुनील प्रभु को हटा दिया गया है. गुवाहाटी में रहने वाले भरत गोगावले को अब सचेतक नियुक्त किया गया है. मालूम हो कि शिवसेना ने अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी कर उन्हें शाम पांच बजे वर्षा (उद्धव ठाकरे का घर) पर मिलने के लिए है. साथ ही कहा कि अगर आप मीटिंग में नहीं आए तो माना जाएगा कि आप पार्टी छोड़ना चाहते हैं.
पूरे घटनाक्रम के बीच यह बात फिर उठ रही है कि शिव सेना के कुछ विधायक इस गठबंधन से खुश नहीं थे. शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक का एक लेटर अब सामने आया था. यह उन्होंने पिछले साल जून में ही उद्धव ठाकरे को लिखा था. प्रताप सरनाईक इस वक्त गुवाहाटी में शिंदे के साथ हैं.
पत्र में प्रताप सरनाईक ने लिखा है कि ईडी और बाकी केंद्रीय एजेंसियों से बचने के लिए हमें बीजेपी के साथ जाना चाहिए. यह भी दावा किया गया था कि कई विधायक कांग्रेस और NCP संग गठबंधन से खुश नहीं हैं और यह बाद में मुद्दा बन सकता है. लिखा गया था कि ज्यादा देर होने से पहले उद्धव को यह करना चाहिए.
शिवसेना ने अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी कर दिया है. इसमें कहा गया है कि पांच बजे शाम को वर्षा (उद्धव ठाकरे का घर) पर मिलना है. लिखा गया है कि अगर आप मीटिंग में नहीं आए तो माना जाएगा कि आप पार्टी छोड़ना चाहते हैं.
महाराष्ट्र में कैबिनेट की मीटिंग खत्म हो चुकी है. मीटिंग में सीएम के इस्तीफे या विधानसभा भंग करने का कोई प्रस्ताव नहीं आया. इसके साथ-साथ मीटिंग के अंत में उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि हम देखते हैं कि आगे क्या होगा. इसमें उद्धव ठाकरे सरकार के 8 मंत्री नहीं हुए पहुंचे. इनके नाम -
1) एकनाथ शिंदे
2) गुलाबराव पाटिल
3) दादा भूसे
4) संदीपन भुमरे
5) अब्दुल सत्तार
6) शंभूराज देसाई (राज्यमंत्री)
7) बच्चू कडू
8) राजेंद्र येद्रावकर
उठापटक के बीच शिवसेना के एक और विधायक ने बीजेपी के साथ जाने का इशारा दिया है. यह विधायक शिंदे के साथ गुवाहाटी में नहीं बल्कि मुंबई में ही हैं. शिवसेना विधायक दीपक केसरकर ने कहा कि मैं तो पहले दिन से बीजेपी के साथ जाने का विचार रखता हूं. NCP हमें खत्म कर रही है. मैंने उद्धव ठाकरे को कई बार यह बात बताई है. शिंदे अब जो कह रहे हैं वह सही है. शिवसैनिकों ने मेरे साथ बुरा बर्ताव किया था. उन्होंने मेरी गाड़ी भी रोकना चाही.
महाराष्ट्र सरकार की कैबिनेट मीटिंग अब शुरू हो चुकी है. इसमें आदित्य ठाकरे शामिल नहीं हुए हैं. इस बीच गुवाहाटी से भी ताजा जानकारी सामने आई है. Radisson Blu Hotel में कुल 89 लोग रुके हुए हैं. इसमें 37 बागी विधायक बताये जा रहे हैं. कुछ विधायकों के परिवार भी साथ हैं. बागी कैंप ने कुछ और कमरों की मांग की है, कहा गया है कि कुछ और लोग गुवाहाटी आ सकते हैं.
बागी विधायक और मंत्री एकनाथ शिंदे ने आजतक से बात करते हुए दावा किया है कि उनके साथ शिवसेना और निर्दलीय मिलाकर 46 विधायकों का समर्थन है. क्या शिंदे बीजेपी के संपर्क में हैं? इस सवाल पर वह बोले कि वह सिर्फ उन 46 विधायकों के टच में हैं जो उनके साथ हैं.
महाराष्ट्र में घटनाक्रम अब तेजी से बदल रहे हैं. राज्यपाल कोश्यारी के बाद सीएम उद्धव ठाकरे को भी कोरोना हो गया है. अब वर्चुअल रूप से कैबिनेट मीटिंग हो रही है. इससे पहले कांग्रेस ने अपने विधायकों से मीटिंग की थी.
महाराष्ट्र में इस वक्त भारतीय जनता पार्टी भी अहम मीटिंग कर रही है. इस मीटिंग में देवेंद्र फडणवीस, गिरीश महाजन, जयकुमार रावल, आशीष शेलार, राव साहब दानवे आदि शामिल हैं.
राजनीतिक संकट के बीच संजय राउत ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि ताजा परिस्थितियां विधानसभा भंग होने की तरफ ले जा रही हैं.
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औरंगाबाद में भी प्रदर्शन हो रहा है. यहां शिवसेना के कार्यकर्ता बागी विधायकों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. औरंगाबाद जिले के सभी छह विधायक बागी होकर एकनाथ शिंदे के साथ चले गए हैं. इसमें दो मंत्री अब्दुल सत्तार और संदीपन भुमरी भी शामिल हैं.
महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच हंगामा भी शुरू हो गया है. सांगली में बीजेपी विधायक सुरेश खाडे के कार्यालय पर शिवसैनिकों ने पथराव किया है. साथ ही सीथ तरबूज आदि भी वहां फेंके गए हैं. शिवसेना कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी भी की. पुलिस ने सात कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है.
बगावत के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि अभी तक सब ठीक होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा है कि एकनाथ शिंदे से पार्टी की बातचीत चल रही है.
शरद पवार के घर महाराष्ट्र सरकार की अहम बैठक शुरू हो चुकी है. गृह मंत्री दिलीप वालसे, NCP मंत्री जयंत पाटिल वहां पहुंच चुके हैं.
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस पर्यवेक्षक कमलनाथ की मौजूदगी में आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी. बैठक में 43 विधायक मौजूद रहेंगे. कमलनाथ और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने की संभावना है. वह शरद पवार से भी मिल सकते हैं.
एकनाथ शिंदे और बाकी बागी विधायकों का एक वीडियो सामने आया है. ये वीडियो असम के होटल का है.
#WATCH Gujarat | Shiv Sena's Eknath Shinde seen with party MLAs at a Surat hotel, yesterday, June 21
— ANI (@ANI) June 22, 2022
As of now, Shinde, as per his claim, is with at least 40 MLAs who are camping in Guwahati, Assam pic.twitter.com/yvYI4rXbhJ
ठाकरे सरकार के एक और विधायक उनका साथ छोड़ते दिख रहे हैं. शिवसेना विधायक योगेश कदम कुछ देर में गुवाहाटी पहुंचने वाले हैं. वह रामदास कदम के बेटे हैं. रामदास कदम देवेंद्र फडणवीस सरकार (2014-2019) में पर्यावरण मंत्री रहे थे.
महाराष्ट्र कैबिनेट की मीटिंग आज दोपहर में एक बजे करीब होगी. सीएम उद्धव ठाकरे ने यह अर्जेंट मीटिंग बुलाई है.
एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी पहुंचे महाविकास अघाडी के राज्यमंत्री बच्चू कडू ने बताया है कि उद्धव ठाकरे से उनकी कोई नाराजगी नहीं है. शिवसेना विधायक राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस के साथ नहीं जाना चाहते. आजतक के संवाददाता धनंजय साबले से फोन पर बातचीत में बच्चू कडू ने बताया कि वो भी गुवाहाटी में हैं.
कडू ने कहा कि अब सत्ता परिवर्तन के बाद ही लौटेंगे. कोई किसे जबरन लेकर नहीं आया है. वह बोले कि शिव सैनिकों और निर्दलीय विधायकों को सत्ता में बदलाव चाहिए था.
गुवाहाटी पहुंचकर शिंदे ने कहा है कि शिवसेना के 40 विधायक मेरे साथ हैं. हम लोग बालासाहेब के हिंदुत्व को आगे लेकर जाएंगे. बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के कुल 55 विधायक हैं. ऐसे में अगर शिंदे ने 40 विधायकों को अपनी तरफ कर लिया है तो यह ठाकरे को करारा झटका है.
Maharashtra political crisis: Eknath Shinde claims 40 Shiv Sena MLAs reached Assam, says will carry Balasaheb Thackeray's Hindutva
— ANI Digital (@ani_digital) June 22, 2022
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गुवाहाटी में बीजेपी विधायक सुशांत बरगोहन शिवसेना के विधायकों को रिसीव करने पहुंचे. सुशांत ने कहा कि मैं निजी संबंधों के चलते यहां आया हूं. वह बोले कि मैंने अभी गिना नहीं है कि कितने विधायक यहां आए हैं. जानकारी मिली है कि शिवसेना विधायकों के Radisson Blu होटल पहुंचने से पहले असम के सीएम हेमंत विश्व शर्मा भी होटल आए थे.
#WATCH | A group of Maharashtra MLAs arrives at Radisson Blu Hotel in Guwahati, Assam. Shiv Sena leader Eknath Shinde, upon arrival in Guwahati, said that 40 Shiv Sena MLAs are present here.
— ANI (@ANI) June 22, 2022
Shinde & some other MLAs were unreachable after suspected cross-voting in MLC polls. pic.twitter.com/Fxdd4d5nlC
महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल मचा है. एकनाथ शिंदे के बवाल के बाद उद्धव सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. खतरा शिवसेना के अंदर ही है. शिवसेना की मंगलवार को हुई बैठक में 55 में से केवल 22 विधायक ही पहुंचे थे. शिंदे की बीजेपी के साथ गठबंधन की शर्त पर उद्धव ठाकरे ने अपने वफादार विधायकों से पूछा कि क्या बीजेपी ने उन्हें कम शर्मिंदा किया है, जो अब बीजेपी से गठबंधन कर लिया जाए? आज महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक होनी है.
एकनाथ शिंदे के साथ महाराष्ट्र के बागी विधायक गुवाहाटी पहुंच चुके हैं. ये लोग गुजरात के सूरत से यहां आए हैं. शिंदे के साथ शिवसेना के 34 विधायक और सात निर्दलीय विधायक हैं.
एकनाथ शिंदे ने गुवाहाटी के लिए निकलने से पहले सूरत में मीडिया से बात की. वह बोले कि हमने बालासाहेब की शिवसेना नहीं छोड़ी है और ना छोड़ेंगे. हम लोग बालासाहेब का हिंदुत्व आगे लेकर जाएंगे.