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'शिवसेना से बेईमानी कर रहे हो?', सामना के जरिये घेरे गए एकनाथ शिंदे और बागी विधायक

Maharashtra Political Crisis: शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के जरिये भारतीय जनता पार्टी और बागी विधायकों के साथ-साथ एकनाथ शिंदे को निशाना बनाया है.

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महाराष्ट्र में उद्धव सरकार गिरने की कगार पर
महाराष्ट्र में उद्धव सरकार गिरने की कगार पर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • विधायक भाजपा की गिरफ्त में फंस गए हैं: सामना
  • सूरत, गुवाहाटी दोनों जगह बीजेपी नेता मौजूद थे: सामना

Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' (saamana editorial) में बागी विधायकों और भारतीय जनता पार्टी को निशाना बनाया है. सामना में लिखा गया कि राजनीति में सब कुछ अस्थिर होता है और बहुमत उससे भी चंचल होता है. यह भी कहा गया कि शिवसेना के टिकट पर, पैसों पर, निर्वाचित हुए विधायक भाजपा की गिरफ्त में फंस गए हैं.

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शिवसेना के मुख पत्र से सामना ने बागियों पर प्रहार करते हुए उन्हें वक्त रहते समझदारी दिखाने को कहा है. सामना का कहना है कि गुवाहाटी में नहीं मुंबई में फ्लोर टेस्ट होगा.

बागियों से पूछा गया कि क्या ये विधायक अब शिवसेना से बेईमानी कर रहे हैं? मुखपत्र सामने में लिखा गया कि नगरविकास मंत्री एकनाथ शिंदे व उनके साथ मौजूद विधायकों को पहले मुंबई आना होगा. विश्वासमत प्रस्ताव के समय महाराष्ट्र की जनता की नजर से नजर मिलाकर विधानभवन की सीढ़ी चढ़नी पड़ती है. कहा गया कि ये सभी विधायक एक बार फिर चुनाव का सामना करते हैं तो जनता उन्हें पराजित किए बगैर नहीं रहेगी.

भारतीय जनता पार्टी पर साधा निशाना

शिवसेना के मुखपत्र में लिखा गया कि भाजपा कहती है कि इस घटनाक्रम से उसका कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन यह सिर्फ एक मजाक भर लगता है, क्योंकि सूरत के होटल में भाजपा के लोग मौजूद थे. वहीं गुवाहाटी हवाई अड्डे पर असम के मंत्री ने बागी विधायकों का स्वागत किया था.

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यह भी लिखा गया कि विधिमंडल में जो होना है वो होगा, लेकिन मुख्यमंत्री के रूप में उद्धव ठाकरे की लोकप्रियता शिखर पर है. कहा कि शिवसेना का संगठन मजबूत है इसलिए ही बागी हुए लोग चुनाव जीतकर विधायक बन पाये थे.

आगे लिखा गया, 'सभी विधायक एक बार फिर चुनाव का सामना करते हैं तो जनता उन्हें पराजित किए बगैर नहीं रहेगी. इसका भान इन लोगों को नहीं होगा. आज जो भाजपा वाले उन्हें हाथों की हथेली पर आए जख्म की तरह संभाल रहे हैं, वे आवश्यकता समाप्त होते ही पुन: कचरे में फेंक देंगे.'

 

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