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उद्धव ठाकरे गुट एक बार फिर पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, राज्यपाल के फैसले को दी है चुनौती

शिवसेना उद्धव गुट की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में विधानसभा की कार्यवाही को भी चुनौती दी गई है. बता दें कि विधानसभा सत्र बुलाकर तीन जुलाई को स्पीकर का चुनाव और चार जुलाई को बहुमत परीक्षण कराया गया था.

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सुप्रीम कोर्ट. -फाइल फोटो
सुप्रीम कोर्ट. -फाइल फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • तीन बार याचिका दाखिल कर चुका है उद्धव गुट
  • तीनों बार सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से किया था इनकार

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे गुट ने राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी के फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक और याचिका दाखिल की है. बता दें कि 30 जून को महाराष्ट्र के राज्यपाल ने अपने फैसले में शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट और भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनाने के लिए निमंत्रण दिया था. 

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सदन के इस दो दिवसीय सत्र में शिवसेना के बागी नेताओं ने बीजेपी समर्थित नए स्पीकर का चुनाव किया था. साथ ही एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की साझा सरकार को फ्लोर टेस्ट के दौरान समर्थन भी दिया था. 

बता दें कि शिवसेना का उद्धव ठाकरे गुट पहले भी इन्हीं मुद्दों पर तीन बार याचिका दाखिल कर शीघ्र सुनवाई की मांग कर चुका है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट की दो अवकाशकालीन पीठ ने एक ही वाक्य का जवाब देते हुए सुनवाई से इनकार कर दिया था. बताया जा रहा है कि इस मामले से जुड़े अन्य लंबित मामलों के साथ उद्धव गुट की इस याचिका पर भी एक साथ सुनवाई हो सकती है. 

उद्धव ठाकरे को एक और झटका

महाराष्ट्र की सत्ता गंवाने वाली शिवसेना को एक के बाद एक कई झटके लग रहे हैं. अब नवी मुम्बई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में शिवसेना के 32 कॉर्पोरेटरों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को समर्थन दिया है. इससे पहले ठाणे नगर निगम में शिवसेना के 67 में 66 कॉर्पोरेटर एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो गए थे.

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नवी मुंबई में शिवसेना के 32 कॉर्पोरेटरों ने एकनाथ शिंदे से मिलकर उन्हें अपना समर्थन दिया है. कॉर्पोरेटरों ने कहा, "हम एकनाथ शिंदे के साथ रहेंगे. एकनाथ शिंदे को एक छोटा कार्यकर्ता भी फोन करता है, तो वे जवाब देते हैं. हमें अच्छा लगता है.

एक दिन पहले ही ठाणे में शिवसेना के 67 में से 66 पार्षदों ने एकनाथ शिंदे से मिलकर समर्थन दिया था. ठाणे नगर निगम मुंबई के बाद प्रमुख नगर निगम मानी जाती है. यहां पार्षदों का कार्यकाल कुछ समय पहले खत्म हो गया. यहां शिवसेना सत्ता में थे. लेकिन अब पूर्व मेयर के नेतृत्व में 66 कॉर्पोरेटरों ने एकनाथ शिंदे को समर्थन दिया है.

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