महाराष्ट्र (Maharashtra) में महाविकास अघाड़ी की हार हो चुकी है और महायुति की सरकार बनने जा रही है. चुनाव नतीजे आने के बाद नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के लीडर जितेंद्र आव्हाड की तरफ से प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "कोरोना, बेरोजगारी और महंगाई ने अर्थव्यवस्था और नौकरी सेक्टर को कमजोर कर दिया है. भारत का 80 फीसदी हिस्सा संकट में है. इन मुद्दों को हल करने के लिए कदम उठाने के बजाय, तमाम सरकारें वोट पाने के लिए रिश्वत के रूप में सीधे कैश ट्रांसफर की पेशकश कर रही हैं. संकट में पड़े लोग इसका स्वागत कर रहे हैं और इसके लिए वोट कर रहे हैं."
उन्होंने आगे कहा कि धनबल इतना अहम हो गया है कि एक औसत मतदाता को भी प्रति वोट करीब 10 हजार मिलते हैं. यह समझे बिना कि यह पैसा चीन से नहीं बल्कि उनके देश के संसाधनों से आ रहा है, जिसे बाद में ये राजनेता अपने पैसे वसूलने के लिए लूट लेंगे. आखिर में यही वोटर्स हैं, जो अपने वोट के लिए मिली राशि का भुगतान करेगा.
जितेंद्र आव्हाड ने कहा, "जो कुछ बचा है, उसे चुनाव आयोग वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने और जारी करने के रूप में प्रबंधित कर रहा है. बाकी का प्रबंधन कमजोर विपक्ष और दोषपूर्ण ईवीएम द्वारा किया जाता है."
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48 सीटों पर सिमटा MVA
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे अब सामने आ गए हैं. महायुति को 230 सीटों पर जीत मिली है, जबकि महाविकास अघाड़ी 48 सीटों पर सिमट गया है. महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को एक चरण में चुनाव हुए थे. इस बार मुकाबला महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच है. महायुति में बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) शामिल है जबकि महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और एनसीपी (शरद पवार) शामिल हैं.
'महाराष्ट्र के नतीजे अप्रत्याशित...'
महाराष्ट्र चुनाव नतीजे आने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सवाल उठाते हुए कहा, "महाराष्ट्र के नतीजे अप्रत्याशित हैं और इनका हम विस्तार से विश्लेषण करेंगे. प्रदेश के सभी मतदाता भाई-बहनों को उनके समर्थन और सभी कार्यकर्ताओं को उनकी मेहनत के लिए धन्यवाद."