शिवसेना नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत नए विवादों में हैं. इस बार उन्होंने डॉक्टरों के खिलाफ टिप्पणी की, जिसे महाराष्ट्र रेजिडेंट डॉक्टर्स (एमएआरडी) ने अपमानजनक माना है और संजय राउत के बयान पर आपत्ति जताई है. इसके साथ ही एमएआरडी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी भी लिखी है.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भेजे मैसेज में एमएआरडी ने पूछा कि क्या संजय राउत के बयान से वो (उद्धव) भी इत्तेफाक रखते हैं. संजय राउत ने कहा था, 'कभी डॉक्टर के पास नहीं जाता क्योंकि वे कुछ भी नहीं जानते (अपने पेशे के बारे में). एक डॉक्टर को क्या पता है. जब भी मुझे जरूरत होती है, मैं एक कंपाउंडर से दवा लेता हूं.'
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संजय राउत की टिप्पणियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए एमएआरडी ने कहा कि मुख्यमंत्री कोरोना योद्धाओं के रूप में डॉक्टरों की सराहना करते हैं, लेकिन उनकी पार्टी के सहयोगी उसी पेशे को बुरा मानते हैं. क्या हम इस तरह के बयान को सुनने के लिए सभी प्रयास (COVID-19 से निपटने के लिए) कर रहे हैं?
सुशांत के पिता पर किया था निजी हमला
कुछ दिन पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के पिता के निजी जीवन पर टिप्पणी की थी. इस बयान को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत को सुशांत के भाई और बीजेपी के विधायक नीरज कुमार सिंह बबलू ने कानूनी नोटिस भेजकर माफी मांगने के लिए कहा था.
नोटिस में संजय राउत को 48 घंटे का वक्त दिया गया है और कहा गया है कि अगर उन्होंने माफी नहीं मांगी तो उनके खिलाफ मुकदमा दाखिल किया जाएगा. इसके बाद संजय राउत ने यूटर्न लेते हुए कहा था कि मेरे कुछ बयानों का गलत मतलब निकाला गया है. सुशांत के परिवार के साथ हमारी सहानुभूति है. मैंने तो बस ये कहा था कि सुशांत के परिवार को धैर्य रखना चाहिए,