महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना का 25 साल पुराना गठबंधन टूट गया. गठबंधन टूटने के बाद से यह सवाल उठ रहा था कि महायुति की छोटी पार्टियां किसके साथ जाएंगी? शिवसेना या बीजेपी. आज तक को मिली जानकारी के मुताबिक, ये पार्टियां चुनाव में बीजेपी के साथ जा सकती हैं.
सूत्रों ने बताया कि इन पार्टियों को बीजेपी के साथ गठबंधन करना ज्यादा फायदेमंद लग रहा है. इसका ऐलान जल्द हो सकता है. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) बीजेपी के साथ गठबंधन कर सकती है.
बीजेपी-एनसीपी के बीच कुछ पक रहा हैः पृथ्वीराज चव्हाण
एनसीपी के कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़ने के ऐलान के कुछ देर बाद ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि बीजेपी-शिवसेना गठबंधन टूटने के कुछ देर बाद ही एनसीपी ने भी अपना फैसला सुनाया, यह बेहद ही रोचक है. गठबंधन टूटने की मुख्य वजह अजित पवार के मुख्यमंत्री बनने की चाहत और केंद्र की सत्ता में बीजेपी के साथ साझेदारी है. 15 साल में यह पहली बार हुआ है, जब एनसीपी ने 30 महीने के लिए अपनी पार्टी के लिए मुख्यमंत्री पद मांगा. वो भी आखिरी मौके पर.
हालांकि बीजेपी ने कांग्रेस के इन दावों को खारिज कर दिया. महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि ऐसा नहीं होने वाला. बीजेपी किसी भी कीमत पर शरद पवार की पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी.
सपा से गठबंधन करेगी कांग्रेस
इन सबके बीच कांग्रेस उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के अच्छे प्रदर्शन को भुनाने में जुट गई है. पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, 'हम समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने वाले हैं. हमने सारे फैसले महाराष्ट्र के हित में लिए, ना कि गठबंधन के साथियों के हित में.' वहीं, सपा नेता अबु आजमी ने कहा कि पूरे देश की सेकुलर ताकतों को साथ आना होगा ताकि बीजेपी को रोका जा सके.
टूटा शिवेसना-बीजेपी गठबंधन
22 दिनों की मैराथन बैठकों और भारी उठापटक के बाद आखिरकार बीजेपी और शिवसेना का 25 साल पुराना गठबंधन टूट गया. रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI), राष्ट्रीय समाज पक्ष (RSP) और स्वाभिमानी शेतकारी संगठन (SSS) जैसी छोटी पार्टियां भी इस गठबंधन की हिस्सेदार थी.