कोरोना के बढ़ते कहर के बीच ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत शुरू हो गई है. लोग दर-दर भटक रहे हैं, फिर भी उन्हें ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिल पा रहा है. लोगों की तकलीफ का फायदा कुछ कालाबाजारी करने वाले लोग उठा रहे हैं और ऑक्सीजन के साथ ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की ब्लैक मार्केटिंग की जा रही है.
ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की ब्लैक मार्केटिंग पर पुलिस ने शिकंजा कसना भी शुरू कर दिया है. महाराष्ट्र के ठाणे में रेमडेसिविर इंजेक्शन की ब्लैक मार्केटिंग करते हुए तीन लोग पकड़े गए हैं. मीरा रोड पर पकड़े गए तीनों आरोपियों के पास से 2.25 लाख रुपये के रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किए गए हैं.
इससे पहले नोएडा में क्राइम ब्रांच और सेक्टर 20 पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में एक शख्स को गिरफ्तार करके उसके पास से 105 इंजेक्शन बरामद किए हैं, जिनकी कीमत डेढ़ लाख रुपये है. ये इंजेक्शन कोरोना मरीज़ों को 80-80 हज़ार रुपए में बेचे जा रहे थे. इससे पहले हरियाणा के पंचकूला से रेमडेसिविर की कालाबाजारी करते हुए एक फार्मासिस्ट को गिरफ्तार किया गया.