महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री तानाजी सावंत ने रत्नागिरी में तिवारे डैम टूटने के पीछे केकड़ों को जिम्मेदार बताया. तानाजी सावंत के इस बयान पर नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. एनसीपी कार्यकर्ताओं ने कोल्हापुर में केकड़ा दिखाकर राज्य सरकार को घेरने का प्रयास किया.
इसके बाद, एनसीपी कार्यकर्ता कोल्हापुर के शाहुपुरी पुलिस स्टेशन पहुंचे. एनसीपी कार्यकर्ताओं ने केकड़ों के खिलाफ IPC की धारा 302 के तहत मुकद्दमा दर्ज करने की मांग की. तानाजी सावंत के बयान पर अपना विरोध दर्ज करवाते हुए एनसीपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस से केकड़ों पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है.
Kolhapur: Nationalist Congress Party (NCP) youth workers reached Shahupuri police station & demanded registration of FIR under Section 302 (murder) of the IPC against crabs pic.twitter.com/tNGLuGmW6y
— ANI (@ANI) July 5, 2019
एनसीपी नेता जितेंद्र अवहद आज केकड़े लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचे. अवहद ने कहा कि अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. केकड़े अगर इसके लिए जिम्मेदार हैं तो हम इन्हें यहां लेकर आ गए.
Thane: NCP's Jitendra Awhad reached police station carrying crabs today as a mark of protest against Maharashtra Minister T Sawant's remark that #Tiware dam was breached because of crabs. Awhad says, "no arrests made yet. Since crabs are responsible for this, I brought them here" pic.twitter.com/ErwpxyE9OK
— ANI (@ANI) July 5, 2019
तानाजी सावंत ने कहा था कि इस डैम में बड़ी संख्या में केकड़े पाए जाते हैं, जिन्होंने डैम की दीवार में छेद कर दिया. इससे पानी का लीकेज हुआ और इसी के कारण बांध की दीवार टूट गई. बता दें कि 2-3 जुलाई की रात को महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में स्थित तिवारे डैम टूट गया था. इसकी चपेट में आकर 23 लोग बह गए, जिसमें से 20 की लाश मिल चुकी है, जबकि 3 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं.
डैम टूटने की घटना का बचाव करते हुए तानाजी सावंत ने दावा किया था कि डैम में मौजूद केकड़ों की भारी तादाद की वजह से डैम टूटा था. तानाजी सावंत शिवसेना के सांसद है और दिलचस्प तथ्य यह है कि पार्टी में उनके सहयोगी और स्थानीय विधायक सदानंद चव्हाण इस डैम के ठेकेदार हैं.