महाराष्ट्र में 9 से 10 लाख ऑटो रिक्शा और मीटर टैक्सी हैं. इनके लिए फडणवीस सरकार ने अहम फैसला किया है. असंगठित ऑटो रिक्शा और मीटर टैक्सी चालकों को सामाजिक सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करने के उद्देश्य से धर्मवीर आनंद दिघे साहेब महाराष्ट्र ऑटो रिक्शा, मीटर टैक्सी चालक कल्याण बोर्ड की स्थापना की गई है. यह निगम महाराष्ट्र के लाखों रिक्शा और टैक्सी चालकों के लिए एक आदर्श संगठन के रूप में काम करेगा.
राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने बताया कि इस बोर्ड की आधिकारिक स्थापना 27 जनवरी 2025 को यानी आदरणीय आनंद दिघे साहेब की जयंती पर की गई थी. यह कल्याण बोर्ड तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान उपमुख्यमंत्री श्री एकनाथजी शिंदे की अवधारणा पर स्थापित किया गया है. इसके लिए राज्य सरकार ने 50 करोड़ रुपये का कोष प्रदान करके इस निगम को शुरू किया है.
ऐसे रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे ड्राइवर
उन्होंने कहा कि भविष्य में इस बोर्ड के माध्यम से लाखों वाहन चालकों के लिए केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को क्रियान्वित किया जाएगा. राज्य भर के सभी ऑटो रिक्शा व मीटर टैक्सी चालक 500 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस व 300 रुपये वार्षिक सदस्यता शुल्क देकर इस बोर्ड के सदस्य बन सकते हैं. बोर्ड के सदस्यों के रजिस्ट्रेशन के लिए एक वेबसाइट बनाई गई है और चालक इस वेबसाइट से बहुत ही आसान तरीके से अपनी सदस्यता पंजीकृत कर सकते हैं. वे इसे अपने मोबाइल फोन से भी आसानी से कर सकेंगे.
65 वर्ष से अधिक उम्र के ड्राइवरों के लिए योजना
65 वर्ष से अधिक उम्र के ड्राइवरों के लिए सेवानिवृत्ति सम्मान योजना बनाई गई है. इस योजना के तहत 65 वर्ष से अधिक उम्र के ऑटो रिक्शा और टैक्सी चालकों को 10,000 रुपये की "सम्मान निधि" दी जाएगी. इसके लिए उनसे आवश्यक शर्तें पूरी करने की अपेक्षा की जाती है. इसके साथ ही कल्याण बोर्ड के सदस्य चालकों के लिए जीवन बीमा और विकलांगता बीमा जैसी स्वास्थ्य योजनाओं पर विचार किया जा रहा है. उनके बच्चों के लिए छात्रवृत्ति योजना भी लागू की जाएगी. यदि कोई चालक ड्यूटी के दौरान घायल हो जाता है, तो उसे इस कल्याण बोर्ड के माध्यम से आर्थिक सहायता दी जाएगी.
उत्कृष्ट रिक्शा/टैक्सी चालक, उत्कृष्ट रिक्शा/टैक्सी चालक संघ और उत्कृष्ट रिक्शा स्टैंड के लिए हर साल आकर्षक पुरस्कार योजना लागू की जाएगी. यह बात मंत्री सरनाईक ने इस अवसर पर कही. इस बैठक में परिवहन आयुक्त श्री विवेक भीमनराव सहित बोर्ड के सभी सदस्य मौजूद थे.