महाराष्ट्र विधानसभा में सोमवार को राज्यपाल विद्यासागर राव के उद्घाटन भाषण के बाद विवाद हो गया. यह विवाद राज्यपाल के भाषण के अनुवाद की प्रतियां मराठी में नहीं मिलने पर हुआ. महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं.
इस विवाद के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सदन से माफी भी मांगी है. उन्होंने कहा है कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
आपको बता दें कि सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र का पहला दिन था. सत्र के पहले दिन राज्यपाल विद्यासागर राव ने भाषण दिया. इस भाषण की मराठी में प्रतियां न मिलने पर विपक्षी सदस्यों ने ऐतराज जताया. उन्होंने राज्यपाल के भाषण के दौरान ही हंगामा शुरू कर दिया था.
राज्यपाल विद्यासागर राव महाराष्ट्र विधानसभा के संयुक्त सदन को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी की और राज्यपाल से मराठी में भाषण देने को कहा. हंगामे के बीच राज्यपाल ने अपना भाषण पूरा किया. अब महाराष्ट्र सरकार ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं.
आपको बता दें कि संसद या विधानसभा में साल के पहले यानी बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति या राज्यपाल का अभिभाषण होता है. यह अभिभाषण सरकार की नीतियों और उपलब्धियों का लेखाजोखा होता है.