महाराष्ट्र के मालेगांव, अमरावती और नांदेड़ में हाल ही में हुए दंगों (maharashtra violence) पर राज्य के गृह विभाग को पुलिस ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. गृह विभाग को सौंपी गई रिपोर्ट में पुलिस ने कहा है कि भ्रामक और फर्जी सोशल मीडिया पोस्ट की वजह से महाराष्ट्र में दंगे भड़काए गए. कई ऐसी पोस्ट की गईं, जिनसे लोगों की भावनाएं आहत हुईं. पुलिस जल्द ही इस पर कार्रवाई शुरू कर सकती है.
इस रिपोर्ट में कुल 36 सोशल मीडिया पोस्ट हैं, जिनमें ट्विटर पर 25, फेसबुक पर छह और इंस्टाग्राम की अन्य पांच पोस्ट का जिक्र है. त्रिपुरा से आई एक अफवाह के बाद से महाराष्ट्र में हिंसा भड़कने की दुखद घटना हुई थी.
12 नवंबर को हिंसा के बाद लगा था कर्फ्यू
पुलिस ने इस रिपोर्ट को 'सोशल मीडिया मॉनिटरिंग रिपोर्ट' शीर्षक देकर गृह विभाग को सौंपा है. पुलिस के अनुसार, सोशल मीडिया पोस्ट से ही सभी महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में दंगे भड़काए गए हैं. बता दें कि महाराष्ट्र के मालेगांव, अमरावती और नांदेड़ में बीते शुक्रवार को हिंसा भड़क गई थी, जिसके बाद राज्य में कर्फ्यू लगाना पड़ा था. संवेदनशील क्षेत्रों में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था.
गलत सूचनाओं पर यकीन न करें - मुंबई पुलिस
घटना के बाद अमरावती में आपातकालीन सेवाओं के अलावा सबकुछ बंद कर दिया गया था. वहीं पुलिस ने संदेश जारी कर लोगों से अपील की थी कि सोशल मीडिया पर आने वाले किसी भी तरह के आपत्तिजनक संदेशों पर भरोसा न करें. त्रिपुरा से चली एक अफवाह के बाद महाराष्ट्र में फैली हिंसा में पथराव हो गया था. पुलिस ने 50 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था.