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महाराष्ट्र: अग्निपथ भर्ती के लिए physical test में दौड़कर आया युवक, बेहोश होकर गिरा और चली गई जान

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 22 साल का कर्ण पवार अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में शामिल हुआ था. दौड़ने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई. युवक को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि दौड़ पूरी करने के बाद कर्ण पवार बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा था, आनन-फानन में उसे अस्पताल पहुंचाया गया. इलाज के दौरान कर्ण पवार की मौत हो गई.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. दरअसल, यहां 'अग्निपथ' योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया चल रही है. इसमें Physical test में शामिल होने के बाद एक युवक बेहोश हो गया. पुलिस के मुताबिक 22 साल का कर्ण पवार भर्ती में शामिल हुआ था, वह पहले बेहोश हुआ फिर उसकी मौत हो गई.

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पुलिस के मुताबिक औरंगाबाद की कन्नड़ तहसील के विट्ठलवाड़ी गांव का रहने वाला कर्ण पवार अग्निवीर योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया में शामिल हुआ था. दौड़ने के बाद उसकी तबियत खराब हो गई. वह बेहोश हो गया. उसे आनन-फानन में सरकारी अस्पताल में ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

एजेंसी के मुताबिक डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय परिसर में पिछले कुछ दिनों से भर्ती प्रक्रिया चल रही है. कर्ण पवार भर्ती में शामिल होने के लिए औरंगाबाद आया था. युवक फिटनेस टेस्ट में शामिल हुआ था. गुरुवार को लगभग 1 बजे दौड़ने के बाद वह जमीन पर गिर गया. उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान सुबह उसकी मौत हो गई.

बेगमपुरा पुलिस थाने के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद युवक का शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया. इसके साथ ही युवक की मौत की जांच की जाएगी.

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कब हुई थी अग्निपथ योजना की घोषणा


'अग्निपथ योजना' (Agnipath Scheme) के तहत आर्मी (Army), नेवी (Navy) और एयरफोर्स (Air Force) में जवानों की भर्तियां होंगी. इनका रैंक मौजूदा रैंक से अलग होगा और ये 'अग्निवीर' (Agniveer) कहलाएंगे. इस योजना के तहत हर साल करीब 40-45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा.

सरकार ने 14 जून को ऐलान किया था कि इस साल अग्रिपथ योजना के तहत 46,000 अग्निवीरों की भर्ती जाएगी. इसमें सेना के लिए 40,000 और IAF-नेवी के लिए 3000-3000 भर्तियां होंगी. 

अग्निपथ स्कीम के तहत ये मिलेंगे फायदे

चार साल की नौकरी में अग्निवीर को पहले साल 30,000 रुपये महीन सैलरी मिलेगी. दूसरे साल में हर माह 33,000 रुपये, तीसरे साल में 36,500 रुपये और चौथे साल 40,000 रुपये मासिक सैलरी मिलेगी. इस सैलरी में से हर महीने 30 फीसद अमाउंट कटेगा और इतनी ही राशि सरकार भी इसमें जोड़ेगी. जिसे आप रिटायरमेंट फंड कह सकते हैं. 

सैलरी के अलावा रिस्क और हार्डशिप अलाउंस, राशन अलाउंस, ड्रेस और ट्रैवल अलाउंस मिलेगा. सामान्य भाषा में कहें तो खाना-पीना, इलाज और रहना सब फ्री रहेगा. नौकरी के दौरान 4 साल में एक अग्निवीर को कुल 11,72,160 रुपये सैलरी मिलेगी.

चार साल की सेवा के बाद फिर रिटायरमेंट फंड के तौर पर एकमुश्त 11,72,160 रुपये मिलेंगे. कुल मिलाकर चार की नौकरी में वेतन और रिटायरमेंट के तौर 23 लाख 43 हजार 160 रुपये मिलेंगे. इस पैसे पर कोई इनकम टैक्स नहीं लगेगा. इसमें आधा योगदान अग्निवीर का रहेगा, और आधा सरकार देगी. 

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सरकार का तर्क है कि अग्निवीर को सुविधाएं रेगुलर सैनिक की तरह ही मिलेंगी. इसलिए वे चाहें तो सैलरी के तौर पर मिलने वाली राशि को भी बचा सकते हैं. इस पैसे से वो हायर एजुकेशन समेत अपना बिजनेस खड़ा कर सकते हैं. 

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