शनिवार तड़के महाराष्ट्र के पालघर जिले के नायगांव स्टेशन पर एक लोकल ट्रेन के मोटरमैन के सिर में चोट लग गई, जब क्रेन का मेटल का हुक लोकल ट्रेन के आगे के हिस्से से टकरा गया. पश्चिम रेलवे के मुख्य प्रवक्ता सुमित ठाकुर ने बताया कि यह घटना नायगांव स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर रात करीब 12.55 बजे हुई जब मुंबई से विरार जाने वाली आखिरी लोकल वहां आ रही थी.
शुक्रवार और शनिवार की मध्यरात्रि के दौरान, लिफ्ट स्टील कॉलम के निर्माण के लिए नायगांव स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर एक ब्लॉक की योजना बनाई गई थी.क्रेन को उस काम के लिए ट्रैक के पैरलल में रखा जा रहा था.लेकिन अचानक ट्रांसजेंडरों द्वारा उसपर भारी पथराव किया गया, जिससे क्रेन चालक के दाहिने हाथ के अंगूठे में चोट लग गई.
उसी समय विरार जाने वाली लोकल ट्रेन स्टेशन में प्रवेश कर रही थी.लेकिन चूंकि क्रेन चालक के हाथ में चोट लग गई थी, इसलिए उसे मशीन को चलाने और नियंत्रित करने में कठिनाई हुई और उसका हुक लोकल ट्रेन के कांच के फ्रेम से टकरा गया.उन्होंने कहा कि इसकी वजह से फ्रेम में हल्का सा मोड़ आया.
मोटरमैन को मामूली चोट आई और उसे प्राथमिक उपचार दिया गया.अधिकारी ने कहा कि इसके बाद ट्रेन को खाली कर दिया गया और विरार कार शेड ले जाया गया. उन्होंने कहा, "यह एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी.मोटरमैन को मामूली चोट आई, लेकिन ट्रेन को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ.ट्रेन का परिचालन सामान्य हो गया और हम कार्य स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अत्यधिक सावधानी बरत रहे हैं."
मोटरमैन समुदाय के सदस्यों ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है. एक मोटरमैन ने कहा कि लोकल ट्रेन के यात्री और चालक दल बाल-बाल बच गए क्योंकि अगर ट्रेन धीमी नहीं होती तो बड़ा हादसा हो सकता था.उन्होंने कहा कि यह घटना इस बात पर भी प्रकाश डालती है कि कैसे सुरक्षा दिशानिर्देशों को दरकिनार कर काम किया जा रहा है.पश्चिम रेलवे का लोकल नेटवर्क दक्षिण मुंबई के चर्चगेट स्टेशन और पालघर जिले के दहानू स्टेशन के बीच फैला हुआ है.