HIV को मात देने लिए महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के चिखली तहसील के 5 गावों की पंचायतों ने मिलकर बड़ा फैसला लिया है. पंचायतों ने कहा है कि शादी उसी की होगी जो एचआईवी टेस्ट में पास होगा. यानी शादी से पहले लड़के और लड़की दोनों को एचआईवी टेस्ट करना पड़ेगा. इसके बाद ही वो शादी कर सकेंगे.
स्थानीय निवासी भावना केबले ने कहा की इन सभी पांच गावों ने मिलकर जो निर्णय लिया है उससे देश की भावी पीढ़ी HIV मुक्त रहेगी और ऐसे ही निर्णय देश की हर पंचायत को लेना जरुरी है ताकि देश इस बिमारी से मुक्त हो, इस निर्णय से इन सभी गांवों के लोग संतुष्ठ है.
दरअसल गांववाले अपने इलाके को HIV मुक्त करने की मुहिम चला रहे हैं. महाराष्ट्र में अभी पांच गांववालों ने मिलकर ये फैसला लिया है. शादी करने से पहले लड़के या लड़की को सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पहुंच कर अपने खून की HIV जांच करनी होगी और सर्टिफिकेट लेना होगा, इस तरह भावी पीढ़िया HIV मुक्त होगी.
खासकर तब जब हर साल एचआईवी से 10 लाख लोग प्रभावित होते हैं. दुनिया भर में 3.5 करोड़ से ज्यादा लोग एचआईवी संक्रमित हैं. इनमें से दो तिहाई सबसहारा अफ्रीकी देशों में हैं. दुनिया भर के डॉक्टर तीन दशक से ह्यूमन इम्यूनो डेफिशिएंसी वायरस यानी एचआईवी के बारे में जानकारी जुटा रहे है. इन सालों में तीन करोड़ से अधिक लोग एड्स के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं.