मालेगांव 2008 धमाके के आरोपी समीर कुलकर्णी की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. महाराष्ट्र सरकार के आदेश पर समीर कुलकर्णी को एक हथियारबंद पुलिसकर्मी मुहैया कराया गया है. पुणे के पिंपरी-चिंचवाड इलाके में समीर कुलकर्णी के आवास पर पुलिसकर्मी की तैनाती हो भी गई है. कुलकर्णी ने इस साल मई में सुरक्षा के लिए महाराष्ट्र सरकार को एक पत्र लिख कर आग्रह किया था.
समीर कुलकर्णी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, 'कई महीने पहले पुलिस सुरक्षा के लिए मैंने आवेदन दिया था. अंततः मुझे एक हथियारबंद सुरक्षा गार्ड मुहैया करा दिया गया है. मैं जहां भी जाऊंगा, गार्ड मुझे एस्कॉर्ट करेगा. मुझे नहीं पता कि इसी वक्त मुझे क्यों गार्ड दिया गया लेकिन लखनऊ में कमलेश तिवारी की हत्या भी इसके पीछे वजह हो सकती है.' कुलकर्णी ने कहा कि गार्ड का खर्च महाराष्ट्र सरकार उठाएगी क्योंकि वे इसका खर्च वहन नहीं कर सकते.
समीर कुलकर्णी मालेगांव धमाके के तीसरे आरोपी हैं, जिन्हें सुरक्षा दी गई है. अन्य दो आरोपी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता और सांसद साध्वी प्रज्ञा और कर्नल प्रसाद पुरोहित को भी सुरक्षा दी गई है. प्रज्ञा और पुरोहित को क्रमशः मध्य प्रदेश सरकार और मिलिटरी ने सुरक्षा दी है.
29 अक्टूबर 2008 को हुए मालेगांव धमाके में 6 लोगों की मौत हुई थी जबकि 100 से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे. मालेगांव में एक मस्जिद के बाहर मोटरसाइकिल में आईईडी लगाकर धमाका किया गया था. मालेगांव महाराष्ट्र का एक प्रमुख शहर है. विस्फोट के इस मामले में मेजर (रिटा.) रमेश उपाध्याय, सुधाकर द्विवेदी, अजय रहिरकर और सुधाकर चतुर्वेदी भी बतौर आरोपी शामिल हैं.