महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (Maharashtra Navnirman Sena) के प्रमुख राज ठाकरे ने सेलेक्टिव लॉकडाउन के लिए अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली एमवीए सरकार पर हमला किया है. साथ ही राज ठाकरे ने ऐलान भी किया कि उनकी पार्टी मंदिरों को तत्काल खोलने की मांग के लिए 'घंटा-नाद' आंदोलन करेगी.
राज ने मुंबई में कई स्थानों पर दही हांडी समारोहों पर प्रतिबंध की अवहेलना करते हुए अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के अलावा मुंबई में मीडियाकर्मियों से बात की. साथ ही विरोध के रूप में एमएनएस कार्यकर्ताओं ने बांद्रा में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के सामने दही हांडी तोड़ी.
एमएनएस प्रमुख राज ने कहा कि पिछले साल की स्थिति और इस साल की स्थिति के बीच काफी अंतर है. पी साईनाथ की एक किताब है जिसका नाम है 'Everyone loves a good drought', वैसे ही आज की स्थिति है, 'Govt loves a good Lockdown.'
उन्होंने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा, 'हजारों करोड़ के ठेके दिए जा रहे हैं, और उन्हें लगता है कि किसी को इस पर सवाल नहीं उठाना चाहिए. किसी को इसका विरोध नहीं करना चाहिए और इसलिए वे दूसरी लहर, तीसरी लहर आदि के बारे में बात करते रहते हैं. जन आशीर्वाद यात्रा (बीजेपी द्वारा) सहित बाकी सब कुछ, सड़कों पर चल रहा है तो फिर सिर्फ त्योहारों पर प्रतिबंध क्यों?'
इसे भी क्लिक करें --- अमिताभ के घर के बाहर MNS ने लगाए पोस्टर, 'बड़ा दिल' दिखाने की अपील, जानें मामला
अपने चचेरे भाई और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे जो कोविड -19 स्थिति के दौरान ज्यादातर अपने घर में रहे, पर कटाक्ष करते हुए राज ने कहा कि नियम सभी के लिए समान होने चाहिए. 'वे' अपने घर से बाहर आने से डरते हैं, क्या यह हमारी गलती है?
हम उसकी पिटाई करेंगेः राज ठाकरे
ठाणे में सोमवार की घटना के बाद राज ठाकरे ने एक बार फिर प्रवासी फेरीवालों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. ठाणे में एक फेरीवाले अमरजीत यादव ने एक सहायक नगर आयुक्त पर हमला कर दिया. फेरीवाले ने महिला सहायक आयुक्त के हाथ पर चाकू से हमला किया जिससे उनकी तीन उंगलियां कट गई.
राज ठाकरे ने धमकी देते हुए कहा कि जिस दिन वह (आरोपी फेरीवाला) जमानत पर बाहर आएगा, हम उसकी पिटाई करेंगे. उसके अहंकार को नीचे लाने की जरूरत है. जिस दिन उसकी सभी उंगलियां काट दी जाएंगी, तब वे समझेंगे. उसने अधिकारियों पर हमला करने की हिम्मत कैसे की?
इस बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आदेश की अवहेलना करते हुए दही हांडी के दिन अपने आंदोलन के लिए बीजेपी और मनसे पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने प्रतिबंधों को धता बताते हुए दही हांडी मनाई. इस तरह से जश्न मनाने में कोई मर्दाना नहीं है. क्या यह एक स्वतंत्रता संग्राम है जहां आप कुछ हासिल करने के लिए पुलिस की अवहेलना कर रहे हैं?"
उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार को हिंदू-विरोधी, हिंदुत्व-विरोधी करार दिया जा रहा है. मैं उन्हें केंद्र सरकार की एडवाइजरी दिखाना चाहता हूं, जिसमें दही हांडी और गणेश उत्सव के दौरान सभी को अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहा गया है. तो कौन सी सरकार हिंदू विरोधी है. कोई भी हिंदू विरोधी या हिंदुत्व विरोधी नहीं है. हम सभी कोरोना विरोधी है. जो लोग आंदोलन करने के लिए इतने उत्सुक हैं, उन्हें इसे कोरोना के खिलाफ करना चाहिए.'