महाराष्ट्र की सियासत पर चर्चा
सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र के दो कद्दावर नेताओं के बीच हुई मुलाकात में राज्य के चुनाव नतीजों पर चर्चा हुई. हालांकि दोनों नेता कई उद्देश्य से मिले इसकी जानकारी अबतक सामने नहीं आ पाई है. महाराष्ट्र और शिवसेना ने विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ा है, अगर दोनों पार्टियां साथ मिलकर जाएं साथ मिलकर सरकार बना सकती हैं, लेकिन सरकार के समीकरण को लेकर दोनों पार्टियों के बीच पेंच फंसा है. शिवसेना ढाई-ढाई साल तक सत्ता में भागीदारी चाहती है, लेकिन बीजेपी सत्ता का बंटवारा नहीं करना चाहती है.
MNS को नहीं मिली कामयाबी
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने अच्छी खासी मेहनत की थी, लेकिन पार्टी को कामयाबी नहीं मिली. मनसे ने विधानसभा चुनाव में 103 सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारे थे, लेकिन पार्टी का मात्र एक उम्मीदवार चुनाव जीत पाने में सफल हो पाया था.
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महाराष्ट्र में कौन बनाएगा सरकार
बता दें कि महाराष्ट्र में किस पार्टी की सरकार बनेगी इस पर अभी अनिश्चितता बरकरार है. सियासत के दोनों दोस्तों के बीच जहां कुर्सी को लेकर खींचतान जारी है, वहीं शिवसेना ने अब दूसरे विकल्पों को तलाशना शरू कर दिया है. शिवसेना अब एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने की संभावनाएं तलाश रही है.
बता दें कि महाराष्ट्र की 288 सीटों में बीजेपी को 105 सीटों पर कामयाबी मिली है, जबकि शिवसेना के 56 उम्मीदवार चुनाव जीते हैं. कांग्रेस के 44 विधायक चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं और एनसीपी ने 54 सीटों पर जीत हासिल की है.